दाऊद के खास गुर्गे फारुक टकला को राहत नहीं, मुंबई की टाडा कोर्ट ने 28 मार्च तक CBI की हिरासत में भेजा
जानकारी के मुताबिक फ़ारुक बम ब्लास्ट के वक़्त मुंबई में नहीं था लेकिन धमाकों से पहले दुबई में दाउद इब्राहिम, अनिल इब्राहिम और टायगर मेमन की धमाकों की साज़िश रचने के लिए जो मीटिंग हुई थी उसमें वह भी शामिल था.
नई दिल्ली: 1993 मुंबई बम धमाकों का आरोपी और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का बेहद खास गुर्गा फ़ारुक मंसूरी उर्फ़ फारुक टकला को मुंबई की टाडा अदालत ने 28 मार्च तक के लिए सीबीआई की हिरासत में भेजा है. धमाकों के 25 साल बाद दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ़्तार किया गया था.
जानकारी के मुताबिक फ़ारुक बम ब्लास्ट के वक़्त मुंबई में नहीं था लेकिन धमाकों से पहले दुबई में दाउद इब्राहिम, अनिल इब्राहिम और टायगर मेमन की धमाकों की साज़िश रचने के लिए जो मीटिंग हुई थी उसमें वह भी शामिल था. सीबीआई के केस के मुताबिक इस मीटिंग के बाद पाकिस्तान ट्रेनिंग के लिए भेज गए बमकांड के गुनहगारों के रहने और खाने-पीने से लेकर आने जाने का सारा इंतज़ाम फ़ारुक ने ही किया था.
फ़ारुक को दाउद का दाहिना हाथ माना जाता है जो पिछले तीस सालों से दाउद के साथ काम करता आ रहा है. सूत्रों के मुताबिक फारुक दुबई और दुसरे देशों में दाउद का काम संभाल रहा था और वहां बड़े बिज़नेसमैन के तौर पर जाना जाता था. बम धमाकों के बाद से फारुक, दाऊद और उसके भाई अनिस के साथ रहकर डी गैंग का काम देखता था.