नई दिल्ली: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ साजिश कर देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के आरोपी दुखतरान-ए-मिल्लत की प्रमुख आसिया अंद्राबी की रात दिल्ली के तिहाड़ जेल में पहली बार गुजरेगी. लश्कर प्रमुख हाफिज सईद की 56 साल की मुंहबोली बहन आशिया अंद्राबी को दिल्ली की एनआईए अदालत ने अगले एक महीने तक न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया. तिहाड़ जेल भेजे जाने से पहले एनआईए ने 10 दिनों तक अपने मुख्यालय में पाकिस्तान से उसके साजिश के तार खंगालने में जुटी रही.
एनआईए सूत्रों के मुताबिक़ एनआईए मुख्यालय के एयर कंडिशन्ड लॉक अप में एनआईए के महिला अफसरों की टीम लगातार पूछताछ कर लश्कर प्रमुख हाफिज सईद और आईएसआई से उसके संबंधों के बारे में सवाल करती रही लेकिन सूत्रों की माने तो आशिया ने बहुत ज़्यादा राज़ नहीं खोले. हालांकि एनआईए सूत्रों का कहना है कि आशिया अंद्राबी जाँच ऐजेंसी की हिरासत में भी अपने भारत विरोधी जेहाद को सही ठहराते रही. आशिया अंद्राबी जब एनआईए ने पूछा कि पूरे कश्मीर घाटी में छात्रों चाहे वो लड़की है या फिर लड़का को पत्थरबाज बना कर उनका भविष्य क्यों बर्बाद कर रही है है तो आशिया ने इसे सही ठहराते हुए कहा कि जिहाद के रास्ते ही कश्मीर को पाकिस्तान के साथ लाया जा सकता है. आशिया ने सुरक्षा बलों पर ज़्यादती करने का आरोप मढ़ दिया.
जुलाई 2016 में बुरहान वानी के मारे जाने के बाद पत्थरबाजों के फौज खड़ी करने में आशिया अंद्राबी ने अहम भूमिका निभाई थी. पहली बार स्कूली लड़कियों के हाथ मे पत्थर थमाने वाली आशिया अंद्राबी के मुताबिक़ अपने आत्मरक्षा ने ऐसा करना उनका हक़ है. लेकिन वो इसकी फंडिंग पाकिस्तान से होने के बारे में पूछे गए सवालों पर चुप्पी साध ली. हाफिज सईद की भारत विरोधी रैली को फोन के जरिये संबोधित करने को सही ठहराते हुए आशिया ने कहा कि हाफिज सईद या कोई और अगर कश्मीरियों के हक़ की बात करता है तो वो उसके साथ जा सकती हैं. इसी रैली में हाफिज सईद ने आशिया अंद्राबी को अपनी बहन बताया था.
दरअसल आशिया अंद्राबी अपने ट्विटर पर भी भारत के खिलाफ जेहाद कर कश्मीर से भारत के कब्जे को खत्म करने की बात करती है. अपने ट्वीट में वो खुलेआम पाकिस्तान से मदद की गुहार लगाती है. एनआईए ने आशिया के उर्दू में किये गए ट्वीट का अंग्रेजी में अनुवाद करवा रही है. एनआईए के मुताबिक़ आशिया को ट्विटर पर लश्कर के बड़े आतंकी सहित पाकिस्तान में हज़ारों फॉलोअर है.
गृहमंत्रालय में तैनात कश्मीर कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अफसर का कहना है कि "आशिया अंद्राबी हुर्रियत के बड़े नेताओं सैयद अली शाह गिलानी और दूसरे नेताओं से ज्यादा कट्टर जेहादी है और आतंक और जेहाद के जरिये कश्मीर को पाकिस्तान में मिलाने का मंसूबा रखती है. आशिया के सक्रिय होने वज़ह से ही कश्मीर में अब छोटी बच्चियां भी पर्दे में रहती हैं क्योंकि उसके संगठन ने पर्दे में ना रहने तेज़ाब हमले की धमकी दी थी."
एनआईए के मुताबिक़ पूछताछ के दौरान इस बात के पुख्ता सबूत मिले है कि आशिया छात्राओं और छात्रों को पत्थरबाज़ी के लिए संगठित कर सुरक्षा बलों पर हमले करवाती रही है. इन हमलों से वो आतंकियों को मुठभेड़ के दौरान बच निकलने के लिए सेफ रास्ता मुहैया करवाती रही है. ये सबूत मुख्य तौर पर सोशल मीडिया पर आशिया के पोस्ट से मिले हैं जिनकी पुष्टि पूछताछ के दौरान की गई है.
एनआईए के डॉजियर के मुताबिक आशिया का पति आशिक़ हुसैन फ़ख्तू हिजबुल का संस्थापक सदस्य था जो कश्मीर को पाकिस्तान में मिलाने का हिमायती था. वो फिलहाल श्रीनगर जेल में 23 सालों से बंद है. जबकि घाटी के युवाओं को आतंक के रास्ते पर धकेलने वाली आशिया अंद्राबी का बड़ा बेटा मेलबोर्न से एमटेक कर रहा है जबकि छोटा बेटा मलेशिया के इस्लामिक यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन कर रहा है.
आशिया अंद्राबी पर हर साल 14 अगस्त को पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पाकिस्तानी झंडा फहराने के कई मामले दर्ज हैं. इसके पीछे के वज़ह है कि आशिया कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा मानती है. लेकिन इन तमाम मामलों के बावज़ूद राज्य की पिछली सरकारें आशिया के खिलाफ नज़रबंद करने से ज्यादा बड़ी करवाई से हिचकिचाहट में थीं. लेकिन गृहमंत्रालय के निर्देश पर एनआईए ने हाफ़िज़ के मुंहबोली बहन के खिलाफ सीधी कार्रवाई करते हुए देश के ख़िलाफ़ युद्व छेड़ने का मामला दर्ज़ कर श्रीनगर जेल से आशिया को तिहाड़ पहुंचा दिया.