नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 14 हजार के पार पहुंच गई है. देश में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने खुलासा किया है देश में कोरोना संक्रमण के कुल मामलों में 30 फीसदी मामले तब्लीगी जमात से जुड़े हैं. तब्लीगी जमात की लापरवाही के कारण ही देश में कोरोना संक्रमण के मामले में बढोत्तरी हुई है. इसके बावजूद भी जमात के लोग प्रशासन का सहयोग नहीं कर रहे हैं.
यूपी के मेरठ शहर में तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों ने जमकर उत्पात मचाया और आइसोलेशन सेंटर की खिड़की तोड़कर फरार होने की कोशिश की. दरअसल, मेरठ के सुभारती मेडिकल कॉलेज में 5 लोगों को आईसोलेशन में रखा गया है. ये पांचों लोग उनके रिश्तेदार हैं जो दिल्ली में तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल हुए थे. अस्पताल प्रसाशन की इन लोगों पर समय रहते नजर पड़ गई. जिसके बाद इन लोगों को पकड़कर एक कमरे में बंद कर दिया गया.
अब जरा आकंड़ों से समझिए कि तब्लीगी जमात ने कैसे देश में कोरोना संक्रमण के खतरे को बढ़ाया है.
देश में अब तक कोरोना संक्रमण का आकंड़ा 14 हजार के पार पहुंच गया है. जिसमें से 30 प्रतिशत मामले तब्लीगी जमात से जुड़े हैं. यानि 14 हजार में से 4291 मरीज तब्लीगी जमात के हैं. समझिए कि कैसे जमात के कारण संक्रमण पूरे देश में फैल चुका है.
- तमिलनाडु के 84% मामले तब्लीगी जमात के
- तेलंगाना के 79%,
- दिल्ली के 63%
- आंध्र प्रदेश के 61%
- यूपी के 59%
- असम के 91%
- और अंडमान निकोबार के 83% मामले जमात से जुड़े हैं.
राज्य सरकारें निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए तब्लीगी जमात से जुड़े उन लोगों पर सख्त कार्रवाई कर रही हैं जो या तो जानकारी छिपा रहे हैं या अस्पतालों, आइसोलेशन सेंटर में उपद्रव मचा रहे हैं. महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने तो जानकारी छिपाने वाले तब्लीगी जमात से जुड़े देशी-विदेशी नागरिकों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है. दूसरी तरफ यूपी सरकार सूबे में जमातियों की तलाशी के लिए अभियान चला रही है. लखनऊ में अलामबाग इलाके में एसएसपी लाल प्रताप सिंह के नेतृत्व में तलाशी अभियान चलाया गया. कानपुर में भी जिला प्रशासन ने इलाज के बाद ठीक हुए जमातियों को अस्थाई जेल में रखने की योजना बनाई है.
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