जहां एक तरफ देश में निगेटिव खबरों की बाढ़ है वहीं दूसरी तरफ कोरोना कहर के बीच पिछले कुछ दिनों से अच्छी खबर आनी शुरू हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 22 दिनों से लगातार करोना के नए मामलों में कमी आ रही है. ज्यादा संख्या में लोगों की कोरोना जांच, पॉजिटिविटी दर में कमी और रिकवरी रेट में बढ़ोतरी के कारण दूसरी लहर अब थमती हुई नजर आ रही है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि एक्टिव केस में लगातार कमी आ रही है और फिलहाल 24.19 लाख रह गए हैं. देश के 24 राज्यों में एक्टिव केसों में कमी नजर आ रही है. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से दूसरी लहर पर ब्रेक लगा है लेकिन फिलहाल कोविड मामलों में सख्ती पर कोई ढिलाई बरती नहीं जानी चाहिए. .
अब भी इतने हैं एक्टिव केस
वर्तमान में देश में 24.2 लाख कोरोना के एक्टिव केस हैं. यह संख्या पिछले सप्ताह यानी 9 मई को आई रिपोर्ट की तुलना में 35 प्रतिशत कम है. पिछले सप्ताह 37.4 लाख एक्टिव केस थे. पिछले नौ दिनों से लगातार रोजाना 20 लाख कोविड-19 टेस्ट किए जा रहे हैं. हालांकि पॉजिटिव रेट 20 मई से 26 मई के बीच 10.4 प्रतिशत रहा जबकि 29 अप्रैल से 5 मई के बीच पॉजिटिव रेट 21.5 प्रतिशत थी. एक तरफ ज्यादा संक्रमित वाले राज्यों महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु में केस कम हो रहे हैं, इसके बावजूद 10 प्रतिशत पॉजिटिव रेट चिंता का विषय है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि राज्यों को पॉजिटिविटी रेट को 5 प्रतिशत से नीचे लाने के लिए अतिरिक्त कदम उठाने होंगे.
पूर्वोत्तर और तमिलनाडु में अब भी बढ़ रहे मामले
नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डॉ वी के पॉल ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर निश्चित रूप से ढलान पर आ गई है और यह सब इसलिए हुआ क्योंकि कई राज्यों ने सख्ती से कोरोना प्रोटोकॉल को लागू किया. स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि सिर्फ 359 जिलों में 100 केस प्रतिदिन से ज्यादा आ रहे हैं, जबकि कुछ दिनों पहले इनकी संख्या 571 थी. लेकिन पूर्वोत्तर राज्य, तमिलनाडु, उड़ीसा, जम्मू कश्मीर और लद्दाख में अभी भी मामले बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि रिकवरी रेट जो 3 मई को 81% था बढ़कर के 90% हो गया है.
10 करोड़ प्रति महीना वैक्सीन उत्पादन का अनुमान
लव अग्रवाल ने कहा कि 15 सप्ताह में कोरोना टेस्ट 3 गुने से ज्यादा बढ़ाए गए हैं, जो पहले 6 लाख 88 हजार थे अब उन्हें बढ़ाकर 21 लाख 33 हजार कर दिया गया है. वीकली पॉजिटिविटी रेट 21% से घटकर अब 10.45% हो गया है. वैक्सीन को लेकर उन्होंने कहा कि 1.3 करोड़ वैक्सीन की डोज 18 से 44 साल के बीच के लोगों को दी गई है. उन्होंने कहा कि विदेशी सहयोग से हमारी कोशिश है कि भारत में ही वैक्सीन के प्रोडक्शन में वृद्धि की जा सकती है. आने वाले कुछ समय में हमारी प्रोडक्शन 10 करोड़ प्रति महीने हो सकती है. इसके अलावा कैडिला और बायोलॉजिकली वैक्सीन भी जल्दी आ सकती है.
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