COVID-19: कोरोना संकट के बीच हटाए गए `डिजास्टर मैनेजमेंट स्पेशलिस्ट’ BMC कमिश्नर
राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार ने उन्हें हटाकर इकबाल चहल नाम के एक दूसरे आईएएस अफसर को मुंबई महानगरपालिका का आयुक्त बना दिया है.
मुंबई: मुंबई में लगातार बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या की गाज आखिर शहर के म्युनिसिपल कमिश्नर प्रवीण परदेशी पर पड़ी है. राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार ने उन्हें हटाकर इकबाल चहल नाम के एक दूसरे आईएएस अफसर को मुंबई महानगरपालिका का आयुक्त बना दिया है. परदेशी आपदा प्रबंधन के अपने अनुभव के लिए जाने जाते रहे हैं.
1993 में महाराष्ट्र के लातूर जिले में भारी भूकंप आया था जिसमें हजारों लोगों की मौत हो गई थी. प्रवीण परदेशी उस वक्त लातूर के जिलाधिकारी थे. राहत और पुनर्वास के लिए परदेशी ने जो काम किया और जिस तरह की योजनाएं बनाईं उसे लेकर उनकी काफी तारीफ हुई.
एनसीपी के प्रमुख शरद पवार जो उस वक्त महाराष्ट्र के सीएम थे उन्होंने भी अपनी आत्मकथा `On My Terms’ में परदेशी के काम को खूब सराहा. आपदा से निपटने में परदेशी की इसी कुशलता को देखते हुए उन्हें आगे भी वैसे ही जिम्मेदारियां दी गईं जहां उनके तजुर्बे का इस्तेमाल हो सके.
पिछले साल मानसून के दौरान सांगली और कोल्हापुर में बाढ की वजह से मची तबाही के बाद पुनर्वसन का काम भी परदेशी को सौंपा गया था. परदेशी संयुक्त राष्ट्र संघ के लिये जिनेवा में आपदा प्रबंधन से जुडे कई प्रोजेक्ट्स के लिये काम कर चुके हैं.
अपनी कार्यकुशलता की वजह से परदेशी लगभग सभी राजनीतिक पार्टियों के चहेते थे. ठाकरे सरकार से पहले राज्य की देवेंद्र फडणवीस सरकार में उन्हें अपने कार्यालय में अतिरिक्त महासचिव बनाया गया था.
फडणवीस सरकार ने भी उनका काम देखते हुए पिछले साल मई में ही उन्हें मुंबई महानगरपालिका का कमिश्नर बनाया था. जब कोरोना का प्रकोप शुरू ही हुआ था तब मौजूदा सीएम ठाकरे उनके कामकाज से संतुष्ट नजर आ रहे थे.
तो आखिर उन्हें हटाया क्यों गया? दरअसल मुंबई में जिस तरह से कोरोना मरीजों के लगातार आंकड़े बढ़ रहे हैं और लोगों की मौत हो रही है उसे देखते हुए ठाकरे सरकार घिरने लगी थी. अब ये कहा जाने लगा है कि मामला सरकार के हाथ से निकल रहा है. ऐसे में दबाव में आते हुए सरकार को ये दिखाना था कि वो कड़े कदम उठा रही है और अपनी रणनीति में बड़े बदलाव कर रही है.
इसी वजह से उनको हटाया गया है. दूसरी ओर सियासी हलकों में ये भी कहा जा रहा है कि राज्य के मुख्य सचिव अजॉय मेहता के साथ उनकी अनबन चल रही थी जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा.
नई जिम्मेदारी के तहत प्रवीण परदेशी को नगरविकास विभाग में बतौर अतिरिक्त मुख्य सचिव के तौर पर भेजा जा रहा है. उसी विभाग में बतौर प्रधान सचिव काम करेन वाले इकबाल चहल अब मुंबई के नये बीएमसी कमिश्नर हैं.