(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
COVID-19 India:...तो होगा खतरा! केवल 27 फीसदी लोगों ने ही ली प्रिकॉशन डोज
दुनिया भर में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने बताया कि देश की सिर्फ 27 फीसदी आबादी ने ही प्रिकॉशन डोज ली है. इसलिए कोविड के दौरान उनको खतरा हो सकता है.
Covid-19 Cases In India: भारत में कोरोना का टीकाकरण 16 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था और अब वह चरणबद्ध तरीके से चल रहा है. भारत में दो डोज के अलावा प्रिकॉशन डोज भी लग रही है लेकिन अब तक सिर्फ 27 फीसदी लोगों ने ही प्रिकॉशन डोज ली है. वहीं कई ऐसे लोग है जिन्होंने पहली डोज तो ली है मगर कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवाई है. ऐसे में अगर बाकी देशों की तरह कोरोना के मामले भारत में बढ़ेंगे तो दिक्कत हो सकती है.
दुनिया के कई देशों जैसे चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, अमेरिका में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं और वहां पर काफी चिंताजनक स्थिति है.
प्रिकॉशन डोज को लेकर क्या है सरकार का रुख?
देश में प्रिकॉशन डोज को लेकर भारत सरकार सतर्क हो गई है. बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस मामले में बड़ी बैठक करते हुए हालात का जायजा लिया था. इस बैठक में एक चीज साफ हुई की देश में सिर्फ 27 फीसदी लोग ही ऐसे हैं, जिन्होंने दूसरी डोज के बाद प्रिकॉशन डोज या कहे तीसरी डोज ली है. बैठक में मौजूद डॉ वी के पॉल ने बताया कि देश की सिर्फ 27 फीसदी लोगों ने ही प्रिकॉशन डोज ली है.
कितने प्रतिशत लोगों ने नहीं ली है प्रिकॉशन डोज
भारत सरकार के को-विन प्लेटफार्म पर उपलब्ध जानकारी से ये भी पता चलता है की कई लोग ऐसे है जिन्होंने पहली डोज तो ली लेकिन दूसरी डोज नहीं ली है. को-विन से तस्वीर साफ हो जाती है. को-विन पोर्टल पर गुरुवार दोपहर 1 बजे तक अपलोड हुए डाटा के मुताबिक भारत में 220 करोड़ 01 लाख 98 हजार 937 वैक्सीन डोज दी गई है जिसमे पहली, दूसरी और प्रिकॉशन डोज शामिल है.
जिसमें से 102 करोड़ 71 लाख 33 हजार 672 लोगों ने पहली डोज ली है, जिसमे हेल्थ केयर, फ्रंटलाइन वर्कर से लेकर हर आयु वर्ग शामिल है. लेकिन सिर्फ 95 करोड़ 10 लाख 62 हजार 564 लोगों ने ही दूसरी डोज लगवाई है.
कितने प्रतिशत लोगों ने ली है प्रिकॉशन डोज?
अगर हम प्रिकॉशन डोज की बात करें तो सिर्फ 22 करोड़ 20 लाख 2 हजार 701 लोगों ने ही प्रिकॉशन डोज ली है. यानी कई लोगों ने पहली डोज ली है लेकिन दूसरी डोज नहीं ली है. वहीं जो लोग दूसरी डोज ले चुके हैं उनमें भी ज्यादातर लोगों ने कोविड की प्रिकॉशन डोज नहीं ली है.
10 जनवरी 2022 से हेल्थ केयर, फ्रंटलाइन और 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए प्रिकॉशन डोज की सुविधा शुरू की गई थी. वहीं 10 अप्रैल से 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को कोविड वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज की शुरुआत की थी.
क्यों जरूरी है प्रिकॉशन डोज?
कोविड को लेकर जानकर बताते हैं कि सभी को प्रिकॉशन डोज लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर दो डोज ले ली हैं तो तीसरी डोज भी ले लेनी चाहिए ताकि इम्यूनिटी बनी रहे. उन्होंने कहा कि फिलहाल सरकार की तरफ से स्तिथि पर लगातार नजर रखी जा रही है.
जीनोम सिक्वेंसिंग पर सरकार का जोर
देश के विभिन्न राज्यों में कोविड पॉजिटिव आ रहे लोगों के सैंपल को लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग की जा रही है ताकि कोई नया वेरिएंट आए तो समय रहते उसका पता लगाया जा सके. सरकार मौजूदा हालात पर नजर रखे हुए हैं.