मुंबई: कोरोना से जंग जितने वालो के लिए ठाणे महापालिका द्वारा बनाया गया देश का पहला Post-COVID सेंटर जहां कोरोना से लड़ने और पूरी तरह स्वस्थ होने के लिये लोगो का किया जाएगा मुफ़्त इलाज. महामारी से लड़ने के लिए पालिका द्वारा मरीजो के लिए किए गए है कई इंतजाम.
इसकी पहल महापालिका के आयुक्त विपिन शर्मा और उनकी टीम द्वारा की गई है. जहां लोग कोरोना के बाद शरीर में पैदा होने वाले अन्य कई तरह की समस्या से निजाद पाकर पूरी स्वस्थ हो पाएंगे. महापालिका द्वारा इस पोस्ट कोविड 19 सेंटर में कई तरह के इंतजाम किए गए है जिसका जाएजा एबीपी न्यूज़ की संवाददाता रेणु चौधरी ने लिया है.
इलाज कराने आ रहे मरीजों के लिए सबसे पहले एक हेल्पलाइन फ़ोन नंबर जारी किया जाएगा. नंबर पर फ़ोन कर उन्हें ख़ुद को रजिस्टर करा कर अपनी पूरी जानकारी देने होगी या तो वो खुद सीधा सेंटर पर आ सकते हैं. सेंटर पर कई डॉक्टर्स की टीम है जो अलग-अलग मरीजों से बात करेगी और उनकी समस्य जानने की कोशिश करेगी. सेंटर में कई अलग अलग केंद्र बनाए गए है. पहला डॉक्टर्स का दूसरा मनोचिकित्सक का. विपिन शर्मा एबीपी न्यूज़ से बताते हैं कि कोरोना के बाद मरीजो में सबसे पहली समस्य मानसिकता बीमारी है. जिसके लिए हमने मनोचिकित्सक केंद्र बनाया है.
विपिन शर्मा ने कहा, ''बाद हमने डाइट सेंटर बनाया है. क्योंकि लोगो को अभी भी इस बात की चिंता है कि आखिर स्वस्त होने के लिए क्या खाया जाए और क्या नही. हमारे सेंटर में ऐसे डॉक्टर्स की टीम जो मरीजों को डाइट को लेकर जागरूक करेगी.''
सेंटर में फ़िज़ियोथेरेपिस्ट के साथ योग सेंटर भी बनाया गया है जहां लोग शारारिक और मानसिक समस्य को लेकर अपने जवाब पा सकेंगे. योग से मरीजों को काफी राहत मिलेगी. सेंटर 6 से 8 घंटे के लिए खुला होगा. मरीजों को सेंटर में आने के लिए कोई दिक्कत न हो इसके लिए हमने 35 बसों का इंतजाम किया है, जो उन्हें लाने औऱ ले जाने का काम करेगी. इतना ही नहीं मरीज ठाणे के बाहर से भी सेंटर में आ सकते है जिनका निशुल्क इलाज किया जाएगा. दूर से आने वाले मरीजों के आराम से लिये शिविर केंद्र भी बनाया गया है. थकान होने पर यह आराम भी कर सकते है.
विपिन शर्मा के मुताबिक, Post COVID सेंटर की संकल्पना सीएम उद्धव ठाकरे की एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद कि गई है. जिसके लिए हमने कई देशों के उद्धरण लेते हुए इसे वास्तब में साकार किया है. एक समय था के ठाणे में कोरोना मामले तेजी से बढ़ते जा रहे थे और इसे नियत्रण में लाना हमारे लिए चुनोती भरा रहा है और हम इसपर सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं.
विपिन बताते है कि कल ठाणे में कोरोना से ठीक हुए मरीजों की संख्या 40 हज़ार के पार है. हर रोज हम फ़ोन कर उनसे उनका हाल जानने की कोशिश कर रहे हैं. जो बात हमने समझी वो ये थी के मरीजी ठीक होने के बाद कई तरह की शारारिक औऱ मानसिक बीमारी से जूझ रहे हैं. जिसके बाद हमने पोस्ट कोविड 19 सेंटर बनाने के बारे में सोचा.