Covid-19 In India: कोरोना वायरस के एक बार फिर संक्रमण की संभावना बढ़ने के मद्देनजर दिल्ली सरकार अलर्ट मोड़ पर आ गई है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद इस पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं और मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को केंद्र सरकार से मिले दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
चीन समेत कई देशों में कोविड के मामलों में आई तेजी के मद्देनजर सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ आपात बैठक की. इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से उपलब्ध ऑक्सीजन, बेड समेत अन्य उपकरणों की जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
क्या बोले दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल?
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य विभाग को कोविड पर करीब से नजर रखने के निर्देश दिया और किसी भी तरह की लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी. इस बैठक में सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मुख्य सचिव समेत विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
बैठक के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि चीन समेत कई देशों में कोरोना के केस बहुत ज्यादा बढ़ रहे हैं, जिसको लेकर भारत में भी चिंता जाहिर की जा रही है. चीन में कोरोना का BF.7 वेरिएंट हैं. दिल्ली में BF.7 का अभी तक एक भी केस नहीं मिला है. इसलिए अभी फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है.
सीवेज से भी की जाती है कोविड की टेस्टिंग
कोरोना के केस की टेस्टिंग तो हम कर ही रहे है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि BF.7 वेरिएंट न केवल टेस्टिंग में बल्कि कई जगह से, खासकर दिल्ली के 7 अलग-अलग जगहों से सीवेज उठाते हैं. सीवेज से एडवांस में पता चल जाता है कि शहर में कोरोना का BF.7 वायरस है या नहीं है. सात अलग अलग जगह से रोजाना सीवेज उठाकर टेस्ट किया जाता है. उसमें भी अभी तक BF.7 वेरिएंट अभी तक नहीं मिला है. दिल्ली में अभी जो भी थोड़े बहुत कोरोना के केस आ रहे हैं वो XBB वेरिएंट के हैं. या तो वो एक्स बीबी वेरिएंट के है या उसके सबलिनिएज है. 92 फीसद केस दिल्ली में XBB वेरिएंट के है. इसमें बेहद मामूली लक्षण है.
पैनिक करने की नहीं है जरूरत
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी तक फिलहाल दिल्ली के लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. मैं दिल्ली के लोगों को आश्वासन देना चाहता हूं कि फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है. भगवान न करें कि दोबारा कोरोना फैले. लेकिन अगर फैलता है, तो हम अपनी तरफ से पूरी तैयारी के साथ है. भारत सरकार की दिशा निर्देशों के मुताबिक हम आने वाले सभी पॉजिटीव केसों की जिनोम सिक्वेसिंग करावाते हैं. ताकि पता चल सके कि उसमें कौन सा वेरिएंट है.
दिल्ली में रोजाना ढाई हजार कोरोना केस की टेस्टिंग होती है. हमारी टेस्ट की क्षमता अब एक लाख तक पहुंच चुकी है. अगर जरूरत पड़ेगी तो रोजाना एक लाख टेस्ट भी कर सकते हैं. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज दिल्ली में कोरोना के लिए अलग से 8 हजार बेड रखे हुए हैं. यदि जरूरत पड़ी तो वर्तमान में करीब 8 हजार बेड खाली रखे हैं. पिछली कोरोना की पीक में दिल्ली सरकार ने 25 हजार बेड तक तैयार किए थे. इस बार सरकारी की तैयारी 36 हजार बेड्स तक की है. अगर जरूरत पड़ेगी तो सरकार 36 हजार बेड्स कोरोना से निपटने के लिए तैयार कर सकते हैं.
ऑक्सीजन को लेकर क्या है केजरीवाल सरकार की तैयारी?
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछली बार ऑक्सीजन की काफी दिक्कत हुई थी. ऑक्सीजन की सबसे बड़ी दिक्कत यह हुई थी कि एक तरफ ऑक्सीजन मिल नहीं रही थी और दूसरी तरफ ऑक्सीजन मिल भी रही थी तो दिल्ली में हमारे पास स्टोर करने की क्षमता नहीं थी. अब हमने क्षमता बढ़ा दी है और आज दिल्ली के पास 928 मीट्रिक टन ऑक्सीजन स्टोर करने की क्षमता है.
पिछली बार ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल पा रहे थे. लोग अपने-अपने मरीजों को लेकर ऑक्सीजन सिलेंडर ढूंढ रहे थे. अभी हमारे पास पूरी दिल्ली में सभी अस्पतालों में जितने सिलेंडर लगे हुए हैं, उसके अलावा 6 हजार ऑक्सीजन सिलेंडर्स रिजर्व में खाली पड़े है. जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल किया जाएगा.
दिल्ली सरकार के 12 टैंकर्स थे
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछली बार कोरोना महामारी चरम होने के दौरान ये आक्सीजन सिलेंडर्स हमने चीन से आयात किए थे. पिछली बार एक दिक्कत यह भी थी कि अगर कोई भी राज्य कह देता था कि आप ऑक्सीजन उठा लो, तो हमारे पास ऑक्सीजन लाने के लिए टैंकर्स नहीं थे और कहीं से टैंकर उपलब्ध नहीं हो पा रहे थे. लेकिन आज दिल्ली सरकार के पास अपने 12 टैंकर्स हैं और 3 प्राइवेट में उपलब्ध है. यानी 15 ऑक्सीजन टैंकर दिल्ली सरकार के पास उपलब्ध है. अगर जरूरत पड़ेगी तो ऑक्सीजन को ट्रांसपोर्ट करने के लिए सरकार ने टैंकरों की भी व्यवस्था कर ली है.
प्रिकॉशन डोज को लेकर क्या बोले सीएम केजरीवाल?
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पहली और दूसरी डोज करीब 100 फीसद लोगों को लग चुकी है. प्रिकॉशन डोज केवल 24 फीसद लोगों ने लगवाई है. मेरा सभी लोगों से हाथ जोड़कर निवेदन है कि प्रिकॉशन डोज जरूर लगवाएं. आज बैठक में भी यह बात सभी से कही है कि हमें दोबारा घर-घर जाकर लोगों को प्रिकॉशन डोज लगवाने का प्रयास करना चाहिए. वर्तमान में सरकार के पास 380 एंबुलेंस तैयार हैं. आज और भी एंबुलेंस के लिए ऑर्डर दिए गये हैं.
कोविड की ग्लोबल स्थिति को लेकर क्या बोले स्वास्थ्य अधिकारी?
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से कोविड की ग्लोबल स्थिति की जानकारी दी. अधिकारियों ने WHO के हवाले से बताया कि चीन समेत कई देशों में कोविड तेजी से पैर पसार रहा है. 12 से 18 दिसंबर के बीच कोविड के संक्रमण की रफ्तार उसके पिछले हफ़्ते की तुलना में करीब तीन फ़ीसदी ज्यादा है. अधिकारियों ने बताया कि कोविड के संक्रमण को रोकने के लिए विभाग पूरी तरह से गंभीर है और प्राप्त दिशा निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन किया जा रहा है. विभाग की तरफ से लगातार जांच की जा रही है. साथ ही, नए दिशा निर्देशों के अनुपालन पर भी काम शुरू कर दिया गया है.
इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पूरी गंभीरता के साथ कोविड पर नजर रखने के सख्त निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना संक्रमितों की जांच में तेजी लाई जाए. कोरोना वायरस के उभरते नए स्वरूप पर नजर रखी जाए. इसके लिए कोरोना संक्रमित मरीज के सभी सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है, ताकि अगर कोरोना का कोई नया स्वरूप उभर रहा है तो उसका पता चल सके और उस पर त्वरित कदम उठाया जा सके. अभी स्वास्थ्य विभाग के पास प्रतिदिन टेस्ट की क्षमता एक लाख से अधिक है.
कैसी है दिल्ली में स्वास्थ्य व्यवस्था?
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के मामले बढ़ने की संभावना को देखते हुए मरीजों के लिए बेड की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए. अस्पतालों में उपलब्ध बेड के अलावा भी हमें अतिरिक्त बेड की व्यवस्था पहले से ही करनी होगी ताकि अगर जरूरत पड़े तो किसी को दिक्कत न हो. उन्होंने कहा कि दिल्ली में 13 जगहों पर आठ हजार से अधिक बेड क्रिएट किए जा सकते हैं और उस पर काम करने के निर्देश दिए. साथ ही, उन्होंने कहा कि 1100 से अधिक केस का होम आइसोलेशन में इलाज कर सकते हैं.
ऑक्सीजन वेंडर्स के साथ बैठक करने का दिया निर्देश
सीएम अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोरोना संक्रमण की संभावना को देखते हुए अस्पतालों में जिन-जिन चीजों की जरूरत है और अगर वो अस्पताल में उपलब्ध नहीं है, तो समय रहते उसका अप्रूवल और टेंडर कर लिया जाए. ऑक्सीजन, टैंकर्स, एंबुलेंस और चिकित्सा उपकरण समेत अन्य आवश्यक सामग्री को खरीदने के लिए अभी से ही टैंडरिंग और अप्रूवल आदि प्रक्रिया पूरी कर ली जाए, ताकि अगर आपदा की स्थिति आती है, तो तुरंत उसका वर्क ऑर्डर जारी कर उसे ले सकते हैं. सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जो ऑक्सीजन आपूर्तिकर्ता हैं, उनके साथ बैठक कर लें और उनको बता दें कि जरूरत पड़ने पर कितनी ऑक्सीजन ली जा सकती है.
मैन पावर बढ़ाने के दिए निर्देश
सीएम अरविंद केजरीवाल ने सभी सरकारी अस्पतालों में कोरोना की स्थिति को देखे हुए आपात हालात से निपटने के लिए मैन पावर बढ़ाने के भी निर्देश दिए. पिछली लहर के दौरान दिल्ली सरकार ने आवश्यकता के अनुसार मैन पावर बढ़ाया था और उनको प्रशिक्षण भी दिया था. पिछली बार जो मैन पावर तैयार किया गया था, उनका भी इस्तेमाल किया जाएगा.
दूसरी खुराक के लिए आगे आने वाले लोगों की संख्या में कमी को देखते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने सभी दिल्लीवासियों से अपनी सुरक्षा के लिए प्रिकॉशन डोज लेने की अपील की है. जबकि अधिकांश हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्रिकॉशन डोज के साथ टीका लगाया गया है.
सभी से की प्रिकॉशन डोज लेने की अपील
18-59 और 60 आयु वर्ग के नागरिकों को जल्द से जल्द प्रिकॉशन डोज लगाने की आवश्यकता है. तीनों कटेगरी के 1.4 करोड़ से अधिक लोगों को प्रिकॉशन डोज दी जानी है, जबकि 33.58 लाख से अधिक लोगों को उनकी प्रिकॉशन डोज मिल चुकी है. प्रत्येक नागरिक को समय पर टीका मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित अधिकारियों को जागरूकता कार्यक्रम चलाने और सभी को आगे आने और अपनी प्रिकॉशन डोज लेने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया है.
Kanhaiya Lal Case: NIA ने दो पाकिस्तानी नागरिकों समेत 11 लोगों के खिलाफ दायर की चार्जशीट