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PM Modi-CM Meeting: पीएम मोदी ने कहा- कंटेनमेंट जोन में हर व्यक्त की हो जांच, हमारा टारगेट 70% RT-PCR टेस्ट
PM Modi-CM Meeting: पीएम मोदी ने कहा- कंटेनमेंट जोन में हर व्यक्त की हो जांच, हमारा टारगेट 70% RT-PCR टेस्ट
पीएम मोदी बैठक के बाद कहा कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा खतरनाक है. उन्होंने कहा कि नाइट कर्फ्यू की आलोचना हो रही है लेकिन इसके प्रभाव को पूरी दुनिया ने स्वीकार किया है.
एबीपी न्यूज़
Last Updated:
08 Apr 2021 11:06 PM
पीएम मोदी ने कहा कि राज्यों के मुख्यमंत्रियों वर्चुअली बैठक के दौरान कहा कि वैक्सीन लगवाने के बाद भी लापरवाही ना बरतें. उन्होंने कहा कि आसपास के लोगों को वैक्सीन के प्रति बढ़ावा दें. इसके साथ ही पीएम ने कहा कि समाज के प्रभावी लोग इस अभियान में सामने आए.
पीएम मोदी ने कहा कि ‘दवाई’ भी और ‘कड़ाई’ भी की जरुरत है. उन्होंने कहा कि एक ही राज्य को पूरी वैक्सीन नहीं दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर जागरूकता जरूरी है. लोगों में जागरुकता अभियान चलाया जाए.
पीएम मोदी ने कहा कि 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक टीका उत्सव मनाएं. उन्होंने कहा कि अभी संपूर्ण लॉकडाउन की जरूरत नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि कोविड-19 का एक बड़ा हिस्सा वैक्सीन मैनेजमेंट वेस्टेज को रोकना भी है. उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत वैक्सीन लगाने का प्रयास हो. पीएम मोदी ने कहा कि एंबुलेंस, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की भी समीक्षा करनी होगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना के मरीजों के बढ़ने पर राज्य दबाव में ना आएं. उन्होंने कहा कि कोरोना के टेस्ट सही ढंग से किए जाएं. कंटेनमेंट जोन में हर व्यक्ति की जांच हो. उन्होंने कहा कि जहां संख्या ज्यादा है वहां पर ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना से बाहर निकलने का रास्ता टेस्टिंग है. उन्होंने कहा कि हमारा टारगेट 70 फीसदी RT-PCT टेस्टिंग की है. आरटी-पीसीआर टेस्ट को बढ़ाए जाने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर फोकस करना होगा. उन्होंने कहा कि 72 घंटे मे 30 कांटैक्ट ट्रेसिंग की जरूरत है.
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार कोरोना से निपटने के पूरे इंतजाम है. उन्होंने कहा कि मास्क से लेकर वैक्सीन तक उपलब्ध है. हालांकि उन्होंने कहा कि स्थिति ज्यादा चुनौतीपूर्ण है. लेकिन आज हमारे पास संसाधन और अनुभव है.
राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के बाद बोले पीएम मोदी- एक बार फिर चुनौतीपूर्ण बन रही स्थिति रही है. उन्होंने कहा कि सीएम जरूरी सुझाव दिए हैं. उन्होंने कहा कि एक बार हालात ज्यादा चुनौतीपूर्ण है.
राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम मोदी की बैठक में अमरिंदर सिंह ने कहा कि गंभीर बीमारी वाले सभी वयस्कों को वैक्सीन लगाने की राज्य सरकारों को दें इजाजत.
देश में कोविड-19 स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री के साथ सीएम की बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी शामिल हुए.
कोरोना वायरस की देश में दूसरी लहर के बीच पीएम मोदी की राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअली बैठक चल रही है. इस दौरान उनके साथ गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद हैं. कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने भी इस बैठक में हिस्सा लिया.
बढ़ते कोरोना के चलते कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया गया है. दिल्ली में 30 अप्रैल तक केजरीवाल सरकार ने नाइट कर्फ्यू की घोषणा की है जबकि दिल्ली से सटे नोएडा में 17 अप्रैल तक नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया गया. इसके साथ ही, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और पंजाब समेत कई राज्यों में कोरोना को लेकर सख्ती बढ़ा दी गई है.
महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों ने राज्य में पर्याप्त कोरोना के डोज ना होने की बातें कही हैं. जबकि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इन आरोपों वैक्सीन की कमी के आरोपों का खारिज किया है.
पीएम मोदी की यह बैठक ऐसे वक्त पर होने जा रही है जब देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर चल रही है. गुरुवार को भारत में रिकॉर्ड 1 लाख 26 हजार 789 मामले दर्ज किए गए हैं. यह एक दिन में देश में आने वाले अब तक का सबसे ज्यादा केस है.
कोविड-19 की स्थिति और देश में वक्सीनेशन को लेकर रणनीति पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शाम आज साढे छह बजे सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करने जा रहे हैं. हालांकि, खबरों के मुताबिक इस बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी. उनकी जगह पर पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलपान बंदोपाध्याय शामिल हो सकते हैं.
बैकग्राउंड
देश में कोरोना की बेकाबू रफ्तार और कई राज्यों में इस संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए लगाए गए नाइट कर्फ्यू के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शाम साढे छह बजे सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करने जा रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस बैठक के दौरान देश में कोविड-19 संकट और वैक्सीनेशन को लेकर सभी राज्यों के सीएम के साथ चर्चा करेंगे. दो दिन पहले ही पीएम मोदी ने कोरोना रिव्यू मीटिंग की थी, जिसमें पीएम मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि कोरोना रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं.
पीएम मोदी की राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ ऐसे वक्त पर बैठक होने जा रही है जब कोरोना के एक दिन में सवा लाख से ज्यादा रिकॉर्ड मामले सामने आए हैं. पिछले शुक्रवार को कैबिनेट सचिव, राजीव गौबा के साथ हुई बैठक में, 11 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को उनके बढ़ते दैनिक मामले और रोजाना हो रही मौतों के कारण महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली और हरियाणा को गंभीर चिंता वाले राज्य के रूप में वर्गीकृत किया गया.
वहीं, राजधानी दिल्ली के एम्स में आज से चार हफ्तों के लिए रूटीन वॉक इन ओपीडी बंद की जा रही हैं. हालांकि ऑनलाइन या पुराने अपॉइंटमेंट वाले मरीज ओपीडी में दिखा सकेंगे. ये फैसला बढ़ते कोरोना के मामलों और ओपीडी में बढ़ते मरीजों के कारण लिया गया है. अब हर दिन अधिकतम 50 मरीज दिखा सकेंगे. पिछले साल भी कोरोना केस बढ़ने पर एम्स प्रशासन ये फैसला लिया था और ओपीडी सर्विस कई दिनों तक बंद थी.
गौरतलब है कि भारत में कोरोना से हालात हर दिन गंभीर होते जा रहे हैं. खासकर कुछ राज्यों में जहां हर दिन कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं. पिछले 24 घंटो में सामने आए मामलों में 81% और 24 घंटो में कोरोना से हुई मौतों में से 84% आठ राज्यों में हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में 12 ऐसे राज्य हैं, जहां कोरोना के मामले तेज़ी बढ़ रहे हैं और संक्रमण से लोगों की जान जा रही है. ये राज्य महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, गुजरात, मध्य प्रदेश, दिल्ली, तमिलनाडु, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और केरल हैं.