नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कल जहांगीरपुरी में एक कंटेनमेंट जोन में एक ही परिवार के 26 लोग कोविड-19 से ग्रस्त पाए गए हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में अब तक कुल 71 कंटेनमेंट जोन की पहचान की गई है. कुछ लोग इन इलाकों में आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं और घरों से बाहर निकल रहे हैं.


अरविंद केजरीवाल ने बताया कि शुक्रवार को 2274 सैंपल की जांच की गई जिसमें से 67 के रिपोर्ट कोरोना से पॉजिटिव पाए गए हैं. उन्होंने कहा कि पिछले दो-तीन दिनों में कोरोना के मामले नीचे गए हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में ये आंकड़ा और गिरेगा.


मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि मरीजों की देखभाल-इलाज के दौरान यदि कोई भी डॉक्टर, नर्स, अस्पताल में सफाई कर्मचारी, लैब तकनीशियन को कोरोना का संक्रमण होता है और मौत हो जाती है तो दिल्ली सरकार उनके परिवार को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा देगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ दूसरे लोग भी है जों कोरोना के मरीजों-पुलिस, सिविल डिफेंस वालंटियर और शिक्षकों की देखभाल कर रहे हैं. अगर इनकी भी कोरोना वायरस से मौत हो जाती है तो दिल्ली सरकार उनके परिवार को 1 करोड़ रुपये की सहायता राशि देगी.


सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के ऑटो, ई-रिक्शा, टैक्सी और ग्रामीण सेवा ड्राइवरों के बैंक में 5000 रुपये जमा होने लगे हैं. एक लाख ड्राइवरों ने आवेदन भरा है और जल्द ही उनके अकाउंट में भी पैसे जमा हो जाएंगे. उम्मीद है इस मुश्किल समय में जब आपका काम बंद है, इन पैसों से आपके घरों में चूल्हा जलता रहेगा.


इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने एक बार फिर लोगों से अपील की कि वे अपने घरों से बाहर न निकलें. उन्होंने कहा, ''कृपया आप सभी बाहर ना निकले, अपने घरों में रहें. आपकी एक ज़रा सी लापरवाही आप पर बहुत भारी पड़ेगी.'' इसके अलावा इस समय आगे आकर लोगों की मदद करने वालों को उन्होंने सलाम किया. केजरीवाल ने कहा कि इस मुश्किल वक़्त में जरूरतमंद की सहायता करना ही असली धर्म है और सच्ची देशभक्ति है.


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