नई दिल्ली: कोरोना संकट को लेकर अपोलो हॉस्पिटल की ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर संगीता रेड्डी ने एबीपी न्यूज़ के 'e-शिखर सम्मेलन' में अपनी बात रखी. संगीता रेड्डी ने कहा कि यह बात सही है कि सरकार का खर्च हेल्थ सेवाओं पर कम है और इसे बढ़ाना चाहिए. हमें प्राथमिक स्वास्थ्य को बेहतर करने की जरूरत है. आयुष्मान भारत एक अच्छी योजना थी, इसमें सभी का हेल्थ इंश्योरेंस और प्राथमिक स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने की बात थी. अगर प्राथमिक हेल्थ बेहतर हो और सभी का हेल्थ इंश्योरेंस हो तो हमें अच्छे नतीजे मिलेंगे.


संगीता रेड्डी ने कहा, ''जिन भी दवाओं के ट्रायल की बात हो रही है, उसे उम्मीद की तरह देखना चाहिए. हमें ध्यान में रखना चाहिए कि यह वायरस बहुत नया है. हम इलाज के नए नए तरीके खोज रहे हैं. एक और ध्यान रखना है कि अगर 100 लोगों पर वायरस असर करता है तो 85 लोग बिना अस्पताल जाए ही ठीक हो जाते हैं. इंडिया में मृत्यु दर बहुत तेजी से कम हो रही है, इसका मतलब हेल्थ केयर सिस्टम बहुत अच्छे से काम कर रहे हैं.'' उन्होंने कहा कि ''कोरोना से लड़ाई सिर्फ सरकार की नहीं है, हमें मिलकर लड़ना होगा. यह समाज के किसी एक हिस्से की जिम्मेदारी नहीं, मिलकर सभी को जिम्मेदारी उठानी होगी. तभी हम वापस अपनी पुरानी लाइफ स्टाइल में जा पाएंगे.''


संगीता रेड्डी ने कहा कि ''मेरा अनुमान है कि आने वाले समय में हेल्थ केयर पर बजट बढ़ेगा. नीति आयोग में इस पर चर्चा भी रही है. प्राइवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम की परेशानी कोई नहीं समझ रहा. प्राइवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम पर लॉकडाउन का बहुत ज्यादा असर पड़ा है. वे बिना किसी मदद के अपना खर्च उठा रहे हैं.''


डॉ रणदीप गुलेरिया के बयान पर संगीता रेड्डी ने कहा, ''हमने लॉकडाउन का इस्तेमाल बहुत अच्छे से किया है. इसी का नतीजा है कि भारत में केस दुनिया के बहुत से बड़े देशों के मुकाबले बहुत कम है. यह दुर्भाग्यपूर्ण सच है कि कोरोना का पीक अभी आने वाला है. हम कोई आंकड़ा नहीं दे सकते लेकिन यह एक लाख से ज्यादा भी हो सकता है. लेकिन जो महत्वपूर्ण बात है कि मौत का आंकड़ा कम से कम रहे. पूरा स्वास्थ्य अमला बहुत अच्छे से काम कर रहा है.''