(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
COVID-19: स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा- भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का स्टेज नहीं, पैनिक नहीं बल्कि प्रिपेयर होने की जरूरत
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का स्टेज नहीं है. पैनिक नहीं बल्कि प्रिपेयर होने की जरूरत नहीं है.
नई दिल्ली: गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस को लेकर मीडिया को संबोधित किया. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने कहा कि भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं है. पैनिक नहीं बल्कि प्रिपेयर होने की जरूरत है. 21 मार्च को एयर इंडिया की फ्लाइट रोम में फंसे भारतीयों को लेने के उड़ेगी और 22 को भारत पहुंचेगी.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि भारत के पास टेस्टिंग किट हैं. और जो ऑर्डर किए थे, उसमें से कुछ आ गए हैं और कुछ आ रहे हैं. हमारे पास आइसोलेशन के लिए अस्पताल, बेड, डॉक्टर, मास्क और पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट सब कुछ हैं. प्राइवेट लैब से अभी बातचीत चल रही है. हम उनको सहयोग देंगे. फिलहाल बातचीत जारी है.
लव अग्रवाल ने बताया कि डीओपीटी ने कर्मचारियों के आदेश जारी किया है, जिससे कि ऑफिस में भीड़ कम हो. रेलवे,मेट्रो,बस स्टैंड और एयरपोर्ट पर भीड़ कम करने के आदेश जारी किए गए हैं. इसके साथ ही 65 साल से ऊपर के लोगों और 10 साल की उम्र से कम के बच्चों को घर मे रहने की सलाह दी गई है. युवाओं से खुद ही आगे आने की अपील की गई है. अगर किसी को जानकारी की कमी है तो उसे युवा मदद कर सकते हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने कहा कि सरकार ने निजी लैब्स को परीक्षण के लिए ज़रूरी रिजेंट और अन्य सामान उपलब्ध कराने के लिए कहा है. जब वो तैयार हो जाएंगे तब हम उन्हें इजाजत दे देंगे.
सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों के लिए लॉक डाउन जैसे शब्द से बताना अनुचित होगा. यह प्रयास है कि कैसे हम एक संक्रामक रोग से अपने लोगों को बचा सकें. इसे सब लोगों को साथ लेकर चलने की कोशिश के तौर पर देखा जाना चाहिए.
लव अग्रवाल ने आगे कहा, ‘’कम्युनिटी ट्रांसमिशन में बहुत लोग बीमार पड़ने लगते और किसने किसको दिया इंफेक्शन ढूढ़ना आसान नहीं होता. अभी भारत में वो स्टेज नहीं है. हमारे फैक्ट बताते हैं कि अभी कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं है.’’
वर्क फ्रॉम होम की सलाह का पालन न होने पर लव अग्रवाल ने कहा, ‘’ग्रुप ऑफ मिनिस्टर ने आज जो फैसला लिया है उसमें हम सबका साथ चाहते हैं. हम सबको आग्रह करेंगे कि इसका अनुपालन किया जाए. लेकिन यदि कोई इसका पालन नहीं करता है तो सबका स्वास्थ्य हित देखते हुए इसका पालन करवाने के लिए सरकार आवश्यक कदम उठाएगी.’’