नई दिल्ली: कोविड-19 के अभी तक हवा में फैलने की रिपोर्ट नहीं है और ज्यादातर यह सांसों के साथ निकलने वाली छोटी बूंदों (रेसपिरेटरी डॉप्लेट्स) और नजदीकी संपर्क से फैलता है. यह बात विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की दक्षिण पूर्व एशिया की प्रमुख डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने सोमवार को कही.
सोशल मीडिया पर इस तरह की अफवाहों के फैलने के मद्देनजर उनका बयान आया है कि नोवल कोरोना वायरस हवा में नहीं फैल रहा है.
डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, ‘‘कोविड-19 के हवा में फैलने की रिपोर्ट नहीं है. अभी तक प्राप्त सूचना के आधार पर कोविड-19 ज्यादातर सांसों के साथ निकलने वाली छोटी बूंदों (जैसे कोई बीमार व्यक्ति जब छींकता है, तो उससे निकलने वाली छोटी बूंदें) और नजदीकी संपर्क से फैलता है. इसलिए डब्लूएचओ हाथ और श्वसन स्वच्छता की अनुशंसा करता है.’’
उन्होंने कहा कि चीन के अधिकारियों ने सूचना दी है कि अपेक्षाकृत बंद परिवेश में एयरोसोल ट्रांसमीशन कर सकता है. जैसे अस्पतालों के आईसीयू एवं सीसीयू में अधिक सघनता वाले एयरोसोल के संपर्क में आने से.
डॉ. पूनम ने कहा, ‘‘बहरहाल वायरस के इस तरह से फैलने के बारे में समझने के लिए ज्यादा अनुसंधान और महामारी विज्ञान के आंकड़ों के विश्लेषण की जरूरत है.’’
आपको बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं. भारत के अलग अलग राज्यों से अब तक 478 पॉज़िटिव मामले सामने आ चुके हैं. मरने वालों की तादाद नौ तक पहुंच गई है. इस वायरस के फैलने और इसके इलाज को लेकर कई तरह के भ्रम और अफवाहें हैं. हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन समय समय पर अफवाहों को खारिज कर रहा है.
देश की बात करें तो यहां लगभग सभी राज्यों में लॉकडाउन हैं. रेल यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. अधिकतर राज्यों ने उड़ानों पर भी पाबंदी लगा दी है. दिन गुज़रने के साथ ही देश में ये महामारी तेज़ी से फैल रही है. केंद्र और तमाम राज्य सरकार लोगों से घरों में रहने की अपील कर रही है.
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