नई दिल्ली: कोरोना काल में सरकार और प्रशासन की फिलहाल प्राथमिकता यह है कि जरूरतमंदों तक खाना पहुंच सके. क्योंकि लॉकडाउन के चलते देश में हजारों लाखों लोग ऐसे हैं जिनके सामने दो वक्त की रोज़ी रोटी की समस्या खड़ी हो गई है. इसी को ध्यान में रखते हुए नोएडा प्राधिकरण ने एक कॉल सेंटर भी स्थापित कर दिया है जहां पर जनता फोन करके राशन और खाने की मांग कर सकती है. उस मांग के अनुसार प्राधिकरण लोगों के पास में खाना और राशन मुहैया करवा रहा है.


सिटीजन कॉल सेंटर कैसे करता है काम


नोएडा प्राधिकरण द्वारा स्थापित किए गए इस कॉल सेंटर को सिटीजन कॉल सेंटर का नाम दिया गया है. इसका मकसद नोएडा में रहने वाले लोगों के सामने आने वाली खाने पीने की दिक्कत को दूर करना है. अगर किसी को कोई दिक्कत है तो वह प्राधिकरण के नंबर 1800-419-22-11 पर फोन करके अपनी मांग और शिकायत दर्ज करवा देते हैं. जिसके बाद कॉल सेंटर में मौजूद लोग उनका नाम, पता और जरूरत को एक रजिस्टर में नोट कर लेते हैं. इसके बाद प्राधिकरण के अधिकारी जरूरत के मुताबिक यह जानकारी राशन वाले विभाग में या फिर तैयार खाने वाले विभाग में भेज देते हैं और वहां से खाना और राशन वितरित करने का काम शुरू हो जाता है.


नोएडा प्राधिकरण के कार्यालय में स्थापित किया गया है यह कॉल सेंटर


नोएडा प्राधिकरण ने यह कॉल सेंटर अपने कार्यालय में स्थापित किया है. इस कॉल सेंटर में 24 घंटे लोग मौजूद रहते हैं. कॉल सेंटर में तीन शिफ्ट में काम होता है. यहां सुबह और शाम वाली शिफ्ट में 23-23 लोगों को लगाया गया है. वहीं रात्रि शिफ्ट में 11 लोग काम पर रहते हैं. इन लोगों का काम होता है कि कॉल सेंटर के फोन पर जो शिकायतें या मांग आ रही हैं उनको नोट कर जरूरतमंदों तक खाना और राशन पहुंचाया जाए. नोएडा प्राधिकरण के कॉल सेंटर में जो लोग काम में लगे हुए हैं. इनमें से अधिकतर तो प्राधिकरण के ही कर्मचारी हैं, वहीं कुछ लोग नोएडा मेट्रो के भी इस काम में शामिल किए गए हैं.


लोगों की मांग और शिकायतों के आधार पर पहुंचाया जाता है खाना और राशन


प्राधिकरण द्वारा जब यह जानकारी संबंधित विभाग तक पहुंच जाती है तो संबंधित विभाग के लोग गाड़ी में राशन और खाना लेकर उन इलाकों में पहुंच जाते हैं जहां से कॉल सेंटर में फोन किया गया था. वहां पहुंचने के बाद उन लोगों के नंबर पर फोन किया जाता है जिन लोगों ने प्राधिकरण के कॉल सेंटर में अपनी शिकायत या मांग दर्ज करवाई थी. जब वह लोग प्राधिकरण की गाड़ी के पास पहुंचते हैं तो उनको जरूरत के हिसाब से राशन और खाना मुहैया कराया जाता है.


कभी-कभी आ जाती हैं अजीबोगरीब मांग भी


हालांकि नोएडा प्राधिकरण द्वारा स्थापित किए गए कॉल सेंटर में कभी-कभी अजीबो गरीब मांग भी सामने आ जाती हैं. मसलन कुछ दिन पहले ही एक शख्स ने प्राधिकरण के कॉल सेंटर पर रात करीब 11:30 बजे फ़ोन कर कहा कि मुझे खाने की तो कोई दिक्कत नहीं लेकिन बिरयानी खाने का मन है, तो कृपया बिरयानी को मेरे पास भिजवा दीजिए. जिसके बाद कॉल सेंटर में मौजूद लोगों ने उसको समझाया कि फिलहाल प्राधिकरण की कोशिश है कि वह जरूरतमंदों तक खाना और राशन पहुंचा सके लिहाजा बिरयानी भेजने की इस मांग को फिलहाल पूरा नहीं किया जा सकता.


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