नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि रविवार को केंद्र सरकार ने सिर्फ 3000 पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (पीपीई) भेजा है. सीएम ने कहा कि उन्होंने खुद 227000 पीपीई की व्यवस्था की है. इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि राज्य में आज दोपहर बारह बजे तक कोरोना वायरस के कुल 61 केस सामने आए हैं. इसमें से 55 केस सात परिवार के हैं.


लॉकडाउन पर ममता बनर्जी ने क्या कहा?


लॉकडाउन को लेकर ममता बनर्जी ने कहा कि हमें पता नहीं है कि इस तरह से हमें कब तक रहना होगा. उन्होंने कहा, ‘’लॉकडाउन की वजह से कोई राजस्व नहीं है. हम नहीं जानते कि हम कब तक इस तरह रहना होगा. हम भविष्य के लिए योजना बना रहे हैं.’’


नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी को ये जिम्मेदारी


इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि कोविड-19 के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में नीति निर्माण संस्था होगा. नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी इसके सदस्य होंगे. उन्होंने कहा, ‘’हमारी सरकार राज्य में कोविड-19 को लेकर वैश्विक सलाहकार समिति बनाएगी. नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी समिति का हिस्सा होंगे.’’


वहीं बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि एक राजनीतिक दल का आईटी सेल पश्चिम बंगाल सरकार की छवि धूमिल करने के लिए फर्जी खबरों का इस्तेमाल कर रहा है. ममता बनर्जी ने बीजेपी नेता अमित मालवीय के ट्वीट पर ये प्रतिक्रिया दी.


अमित मालवीय ने क्या कहा था?


अमित मालवीय ने अपने ट्विटर पर लिखा, “बंगाल में अस्पताल प्रशासन ममता बनर्जी के दबाव में काम कर रहे हैं. उन पर कोविड-19 के मामलों की जांच नहीं करने का दबाव है. डॉक्टरों से कहा गया है कि वे कोरोना वायरस से मरने वाले मरीजों के डेथ सर्टिफीकेट में मौत की वजह कोरोना वायरस न लिखें.”


बता दें कि पश्चिम बंगाल में कोविड-19 की वजह से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये आंकड़ा दिया है. वहीं पूरे देश में कोरोना वायरस के अब तक 4067 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं इस वायरस से अब तक देश में 109 लोगों की मौत हो चुकी है. रविवार को देश में 30 लोगों की मौत हुई है.