नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि यहां कम टेस्ट किए जाने का आरोप गलत है. टेस्ट रोकने को कहा गया है, ये किसकी गलती है? टीम पश्चिम बंगाल भेजी गई, सही किट नहीं दे रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र ने कोरोना वायरस से निपटने की तैयारी को लेकर बंगाल को भाषण सुनाया लेकिन जांच के लिए समुचित किट नहीं दी. उन्होंने कहा कि बेबुनियाद खबरें प्रसारित की जा रही है कि बंगाल में कोरोना वायरस को लेकर कुछ ही लोगों की जांच की जा रही है.


वहीं राज्य के चीफ सेक्रेट्री राजीव सिन्हा ने कहा, ‘’ये सच नहीं है कि हम कम टेस्ट कर रह रहे हैं. अभी तक कुल 7037 सैंपल की जांच की गई है. परीक्षण किट को वापस लेने के लिए एक सूचना है, यह किसकी गलती है? "


बंगाल सरकार ने कहा कि तीन तरह के कोविड-19 टेस्टिंग किट बंगाल को सप्लाई किए गए. इसमें रैपिड टेस्टिंग किट, बीजीआई आरटी पीसीआर किट्स और एंटीजेन किट्स शामिल हैं. रैपिड टेस्टिंग किट्स को खामी की वजह से आईसीएमआर के एडवाइजरी के मुताबिक वापस लिया जा रहा है. बीजीआई आरटी पीसीआर किट्स को 21 अप्रैल को एनआईसीईडी से संवाद के अनुसार वापस ले लिया जा रहा है. वहीं एंटीजेन किट्स बंगाल के अस्पतालों मे सप्लाई नहीं किया गया है.


गौरतलब है कि मंगलवार को आईसीएमआर ने राज्यों के ये सलाह दी कि दो दिनों के लिए रैपिड टेस्टिंग किट का इस्तेमाल न करें. खामी पाए जाने के बाद बंगाल से रैपिड टेस्टिंग किट की खेप वापस ले ली गई.


पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के अब तक कुल 423 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. वहीं अब तक 73 लोग इलाज के बाद रिकवर कर चुके हैं. अब तक राज्य में कोविड-19 की वजह से 15 लोगों की मौत हुई है.


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