कोलकाताः पश्चिम बंगाल में हाई ब्लड प्रेशर, डाइबिटीज़, हार्ट, गुर्दे की समस्या, सीओपीडी जैसे गंभीर रोगों से पीड़ित मरीजों के लिए कोविड-19 ज्यादा जानलेवा साबित हुआ. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक अध्ययन से यह निष्कर्ष सामने आया है. अध्ययन में कहा गया कि नवंबर के अंतिम सप्ताह तक कोविड-19 संक्रमण से मृत 30 प्रतिशत महिलाएं उच्च रक्तचाप से जूझ रही थीं जबकि दम तोड़ने वाले 28 प्रतिशत पुरुष भी इसका सामना कर रहे थे.


कोविड-19 की चपेट में आयी कम से कम 24.5 प्रतिशत महिलाएं डाइबिटीज़ से पीड़ित थीं जबकि 24.2 प्रतिशत पुरुष भी इसका सामना कर रहे थे. कोविड-19 से मरने वालों में 10.6 प्रतिशत लोग हार्ट संबंधी गंभीर बीमारियों का सामना कर रहे थे. संक्रमण के कारण दम तोड़ने वाले 10.2 प्रतिशत लोग गुर्दे की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे.


अध्ययन से मिली ये जानकारी 


पश्चिम बंगाल के सभी जिलों में किए गए अध्ययन में कहा गया कि क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) से 5.5 प्रतिशत पुरुष और 3.9 प्रतिशत महिलाएं जूझ रही थीं. अध्ययन के मुताबिक, कैंसर और डायलिसिस की स्थिति में कोविड-19 महिलाओं के लिए ज्यादा घातक रहा.


मार्च के महीने में हुई थी पहली मौत 


बता दें कि पश्चिम बंगाल में कोविड-19 से पहली मौत मार्च में हुई थी. पुरुषों के मामलों में मृत्यु दर दो प्रतिशत से नीचे और महिलाओं के मामले में 1.5 प्रतिशत से नीचे हैं. राज्य में संक्रमण से मृत्यु दर 1.7 प्रतिशत है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह दर 1.4 प्रतिशत है. वहीं, भारत में अब कोविड-19 से मरने वालों की संख्या बढ़कर बढ़कर 1 लाख 41 हज़ार 403 हो गई है, जबकि 3 लाख 77 हज़ार 708 मामले अभी एक्टिव हैं. देश में अब तक 92 लाख से ज्यादा लोग ठीक भी हो चुके हैं.


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