Saudi Arabia Travel Ban: कोरोना के नए स्ट्रेन के चलते साऊदी अरब का बड़ा फैसला, 20 देशों को किया बैन
साऊदी अरब ने अपने यहां केवल उन्ही लोगों को आने की अनुमति दी है, जो राजनायिक, स्वास्थ्यकर्मी और वहां के नागरिक है.जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार सऊदी अरब में कोरोना वायरस के अब तक 368,639 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 6,383 मरीजों की मौत हो चुकी है
Saudi Arabia Travel Ban: विश्व के कई देशों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन सामने आने के बाद साऊदी अरब ने बड़ा फैसला लिया है. साऊदी अरब ने वायरस के नए स्ट्रेन को रोकने के लिए भारत समेत 20 देशों के पर्यटन पर बैन लगा दिया है. साऊदी अरब ने अपने यहां केवल उन्ही लोगों को आने की अनुमति दी है, जो राजनायिक, स्वास्थ्यकर्मी और वहां के नागरिक है. यानि की अब अब केवल वही लोग सऊदी अरब में आ सकेंगे जो वहां के नागरिक हैं, राजनेता हैं और डॉक्टर या उनके परिजन हैं.
साऊदी अरब ने ये आदेश तीन फरवरी से लागू कर दिया है. वहीं इस प्रतिबंध से कई भारतीय नागरिग प्रभावित हो सकते है, जो वहां काम कर रहे है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अल अरबिया ने सऊदी प्रेस एजेंसी के द्वारा कहा है कि साऊदी नागरिक, राजनयिकों, स्वास्थ्य चिकित्सकों और उनके परिवार जो उन निलंबत देशों से आ रहे हैं या फिर 14 दिन पहले तक वंहा से हमारे यहां आए है, उन्हे करोना के बचाव की प्रक्रीया से गुजरना होगा.
इन 20 देशों को किया प्रतिबंध
साऊदी अरब ने जिन देशों के लोगों को आने पर प्रतिबंध लगाया है, उनमें संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, लेबनान और तुर्की, अमेरिका, स्वीडन, ब्राजील, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, स्विट्जरलैंड, अर्जेंटीना, इटली, आयरलैंड, पुर्तगाल, दक्षिण अफ्रीका, इंडोनेशिया, पाकिस्तान और जापान के साथ भारत का नाम भी शामिल है.
सऊदी अरब ने जिन देशों के यात्रियों पर अपने यहां आने पर रोक लगाई, उनमें अधिकतर वही देश शामिल हैं, जहां पर कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के मामले सामने आए हैं. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कोरोना के इस नए स्ट्रेन को बेहद घातक बता चुके हैं. यही वजह है कि पूरी दुनिया इस नए खतरे को देखते हुए सभी एहतियाती उपाय कर रही हैं. जिसमें साऊदी अरब ने अपनी अहम भूमिका निभाते हुए कोरोना से बचने के लिए हवाई यातायात पर प्रतिबंध करने का फैसला लिया है.
बता दें कि जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार सऊदी अरब में कोरोना वायरस के अब तक 368,639 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 6,383 मरीजों की मौत हो चुकी है जबकि 360,110 मरीज ठीक भी हुए हैं.
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