Coronavirus: देश में कोरोना के मामलों में कमी तो आई है लेकिन आने वाले तीन महीने काफी अहम और एहतियात बरतने की जरूरत है. खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसको लेकर चिंता जाहिर की है. अगले तीन महीने नवरात्रि, दशहरा, दीवाली, ईद, क्रिसमस जैसे त्यौहार है. जिसमें ना सिर्फ लोग एक दूसरे से मिलते है बल्कि बाजारों में भी काफी भीड़ होती है. ऐसे में जरा सी चूक तीसरी लहर की वजह बन सकती है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि आने वाले तीन महीनों में बहुत सारे त्योहार, शादियां और पार्टी होंगी लेकिन कोविड का खतरा खत्म नहीं हुआ है. आज भी देश मे कई जगह संक्रमण स्प्रेड हाई है और ऐसे समय पर हमें ध्यान रखना है कि जिस तरह से पिछले साल हमने इस दौरान संयम रखा था, वैसा ही इन तीन महीनों में रखना है.
त्योहारों पर कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना
अगले तीन महीने में कई त्योहार है. जैसे नवरात्रि, दशहरा, दीवाली, ईद, क्रिसमस और नया साल. इन मौकों पर एक दूसरे से मिलना जुलना, घर आना जाना और बाजारों में भीड़ होती है. यह एक ऐसा वक्त है जब कोरोना संक्रमण के फैलने की पूरी संभावना होती है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दुनिए के कुछ देशों का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां भीड़ और कोविड प्रोटोकॉल का पालन न करने की वजह से कोरोना केस बढ़ने लगे हैं. जैसे यूरो कप के दौरान यूके और रूस में स्टेडियम में भीड़, नीदरलैंड में म्यूजिक फेस्टिवल के बाद केस बढ़े है.
लव अग्रवाल ने कहा कि इंग्लैंड में जुलाई के महीने में भीड़ को आने देने के बाद देखा गया कि कैसे कोरोना के मामले उभर कर आते हैं और कोविड मैनेजमेंट में चैलेंज खड़ा करता है. इसी तरह रूस में हुआ. जब भीड़ हुई तो केस में उछाल आया. इसी तरह से नीदरलैंड में म्यूजिक फेस्टिवल में कोविड बिहेवियर का पालन ना होने की वजह से कोविड केस में बढ़ोतरी दर्ज की गई. देश में अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है और ना ही केस पूरी तरह से आने बंद हुए हैं.
देश के 34 जिलों में अभी वीकली पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी से ज्यादा है. जबकि 28 जिले ऐसे है जहां ये वीकली पॉजिटिविटी रेट 5 से 10 फीसदी के बीच है. वहीं एक्टिव केस की बात करें तो सिर्फ 1 राज्य केरल में एक लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं. 10 से 50 हजार के बीच एक्टिव केस 4 राज्यों में है. महाराष्ट्र, तमिलनाडु, मिजोरम और कर्नाटक. वहीं 31 राज्यों में 10 हजार से कम एक्टिव केस हैं.
बता दें कि देश में टीकाकरण तेजी से हो रहा है. अब तक 92.77 करोड़ वैक्सीन डोज दी जा चुकी है. 67.02 करोड़ को पहली और 25.75 करोड़ को दूसरी डोज दी जा चुकी है. वहीं 18 साल से ज्यादा उम्र के 71% को पहली और 27% को दोनों डोज दी जा चुकी है. लेकिन टीकाकरण के बावजूद भी सावधानी जरूरी है. इसलिए कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए अगले तीन महीने जरूरी है.
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