दिल्ली में कोविड-19 के मरीजों की संख्या 2500 के पार, चार मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी के सकारात्मक नतीजे
राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 2500 के पार पहुंच गई. दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि अब तक 2514 मामले आए हैं और 53 लोगों की मौत हुई है. 857 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं.
नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले शुक्रवार को 2500 के पार चले गये जबकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोविड-19 के चार रोगियों पर किए गए प्लाज्मा थेरेपी परीक्षण के शुरूआती नतीजे ‘‘काफी उत्साहजनक’’ हैं जिससे कोरोना वायरस के कारण गंभीर रूप से बीमार लोगों के इलाज के लिए उम्मीद की किरण नजर आई है. रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में 136 नए मामले सामने आये जिसके साथ ही इस महामारी के मामले अब कुल 2514 हो गये. बीमारी से तीन मरीजों की मौत भी हो गई जिसके साथ ही यहां इस बीमारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 53 हो गई है.
नए मामलों में दिल्ली पुलिस का एक सहायक उपनिरीक्षक भी है जो अपराध शाखा में तैनात है. अब तक 21 पुलिसकर्मियों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है. स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार यहां 49 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में अब तक कोरोना वायरस के 857 मरीज स्वस्थ हो गये हैं. उनमें 802 लोग 18 अप्रैल के बाद स्वस्थ हुए हैं.
केजरीवाल ने एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में चार मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी को उत्साहवर्धक करार देते हुए कहा कि अगले दो-तीन दिनों में प्लाज्मा थेरेपी के और अधिक नैदानिक परीक्षण किए जाएंगे और उनकी सरकार दिल्ली में कोविड-19 संक्रमण के सभी गंभीर रोगियों पर इस थेरेपी का इस्तेमाल करने के लिए केंद्र की मंजूरी लेगी.
उन्होंने कहा, ‘‘हमने 10 दिन पहले लोकनायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के चार गंभीर मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी के नैदानिक परीक्षण के लिए केंद्र सरकार से मंजूरी ली थी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रारम्भिक परिणाम बहुत उत्साहवर्धक और अच्छे हैं. इससे कोरोना वायरस से लोगों की जान बचाने के लिए उम्मीद की किरण नजर आई है.’’
केजरीवाल ने बताया कि जिन मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी दी गई उनके स्वास्थ्य में सुधार दिखाई दिया है. उन्होंने बताया कि इनमें से दो मरीजों को आईसीयू से सामान्य वार्ड में भेज दिया गया है और दो अन्य दो मरीजों के स्वास्थ्य में भी सुधार हो रहा है. हालांकि मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल शुरुआती परिणाम है और किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि सरकार ने कोरोना वायरस का उपचार खोज लिया है.
प्लाज्मा थेरेपी में कोविड-19 संक्रमण के बाद स्वस्थ हो चुके व्यक्ति से एंटीबॉडी लेकर उनका इस्तेमाल गंभीर रूप से बीमार मरीजों के उपचार के लिए किया जाता है. केजरीवाल ने बीमारी से उबर चुके लोगों से अपील की कि वे कोविड-19 रोगियों की जान बचाने के लिए प्लाज्मा दान करें.