COVID 19 Peak Delhi Mumbai: भारत में कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं. देश के कई बड़े शहरों में कोरोना मामलों में रोजाना हजारों की संख्या में इजाफा हो रहा है. इस बीच हर कोई ये जानना चाहता है कि आखिर कोरोना मामलों का पीक क्या होगा और ये कब तक आ सकता है? कुछ एक्सपर्ट्स ने इन सवालों का जवाब दिया है. 


टूट सकता है दूसरी लहर का रिकॉर्ड
आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर महिंद्रा अग्रवाल की मानें तो दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में इसी महीने यानी जनवरी में कोरोना का पीक देखने को मिल सकता है. उनके मुताबिक जनवरी के बीच इन शहरों में 50 से लेकर 60 हजार कोरोना मामले रोजाना आ सकते हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि इस महीने के आखिर में कोरोना की दूसरी लहर से ज्यादा मामले सामने आ सकते हैं. हालांकि मार्च आने तक ये पीक पूरी तरह से खत्म हो सकती है. 


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पीक के बाद तेजी से कम होंगे केस
बता दें कि प्रोफेसर अग्रवाल सरकार की तरफ से बनाए गए सूत्र मॉडल का हिस्सा हैं, जो वायरस के फैलने और उसके कम होने का अनुमान लगाता है. ये मॉडल कहता है कि जिस रफ्तार से कोरोना केस बढ़ते हैं, ठीक उसी तरह वो कम भी होते हैं. यानी अगर अगले एक हफ्ते में कोरोना मामले तेजी से बढ़े तो उसके बाद उनमें तेजी से गिरावट भी देखी जा सकती है. इसीलिए सभी देशभर में कोरोना के पीक का इंतजार कर रहे हैं. 


बेहतर प्लानिंग और तैयारी की जरूरत
प्रोफेसर अग्रवाल ने ये भी बताया कि फिलहाल कोरोना मामले ज्यादा गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं. यानी मरीजों में गंभीर लक्षण नहीं हैं. इसीलिए अस्पतालों की हालत भी फिलहाल ठीक है. लेकिन आने वाले कुछ हफ्तों में हालात बिगड़ भी सकते हैं. जिसके बाद बेड्स की संख्या में भी कमी देखी जा सकती है. इसीलिए कोरोना से निपटने के लिए एक बेहतर प्लानिंग और तैयारी की जरूरत है. 


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