नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने ‘ग्रैंड चैलेंजेज एनुअल मीटिंग-2020’ कार्यक्रम में कहा कि भारत में कोरोना की सबसे ज्यादा 88 फीसदी की रिकवरी रेट है. आज, हम रोजाना के मामलों की संख्या और केस की वृद्धि दर में गिरावट देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि भारत लॉकडाउन अपनाने वाले पहले देशों में से एक था. वहीं कोरोना वैक्सीन को लेकर उन्होंने कहा कि हमारा देश इस दिशा में फ्रंट पर है.


भारत में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का काम सही तरीके से शुरू हुआ


पीएम मोदी ने कहा कि भारत मास्क के उपयोग को प्रोत्साहित करने वाले में से एक था. यहां कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का काम सही तरीके से शुरू किया गया. इसके साथ ही भारत उनमें से एक था जहां पर रैपिड एंटीजन टेस्ट की इस्तेमाल किया गया.


भारत के पास मजबूत वैज्ञानिक समुदाय


प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के पास एक मजबूत वैज्ञानिक समुदाय है. हमारे पास अच्छे वैज्ञानिक संस्थान भी हैं. कोविड-19 से लड़ते हुए वे विशेष रूप से पिछले कुछ महीनों के दौरान भारत की सबसे बड़ी संपत्ति रहे हैं.


भारत में शौचालयों की संख्या में इजाफा


पीएम मोदी ने कहा कि हमने कई कदम उठाए हैं जो एक बेहतर स्वास्थ्य प्रणाली में योगदान दे रहे हैं. इसमें स्वच्छता को अपनाना, शौचालय की संख्या और साफ-सफाई में सुधार शामिल है. यह सबसे ज्यादा गरीबों और वंचितों की मदद करता है. इससे बीमारियों में कमी आती है.


पीएम ने कहा कि भविष्य उन समाज से बनेगा जो विज्ञान और नवाचार में निवेश करेंगे. लेकिन, यह अदूरदर्शी तरीके से नहीं किया जा सकता है. पहले से विज्ञान और नवाचार में अच्छी तरह से निवेश करना होगा. तभी जब हम सही समय पर लाभ उठा सकते हैं.


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