नई दिल्ली: कोरोना वायरस संकट के बीच दुनियाभर में इसके इलाज को लेकर रिसर्च जारी है. फिलहाल अब तक कोई दवा बनकर तैयार नहीं हो पाई है. कुछ देशों में ट्रायल चल रहा है. इस बीच सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदर पूनावाला ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि कोरोना वायरस के वैक्सीन डोज बनाने के लिए उन्होंने ऑक्सफॉर्ड यूनिवर्सिटी के साझेदारी की है. खास बात ये है कि ऑक्सफॉर्ड यूनिवर्सिटी ने ही इबोला वैक्सीन बनाई थी. पूनावाला ने कहा कि इसी के चलते हमलोगों ने इनके साथ साझेदारी की है.


अदर पूनावाला ने बताया कि फिलहाल लंदन में इस वैक्सीन का इंसानों पर टेस्टिंग शुरू हुआ है. सितंबर-अक्टूबर में इसका रिजल्ट आएगा. उन्होंने बताया कि हम मई-जून में वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने वाले हैं. हम अपने खुद के पैसे से ये रिस्क ले रहे हैं. जब सितंबर-अक्टूबर में रिजल्ट अच्छा आएगा, तब सीरम इंस्टीट्यूट की तरफ से देश के लिए कई सारी वैक्सीन बनाकर रखी रहेंगी. अगर अभी हमने ये कदम नहीं उठाया तो सितंबर-अक्टूबर के बाद छह महीने और हमारे देश को वैक्सीन के लिए रुकना पड़ेगा. हम वैक्सीन को बनाकर यहां रखने वाले हैं. अगर ट्रायल कामयाब हो गया तो इसे हम अपने देश को दे सकेंगे.


अदर पूनावाला ने बताया कि इस वैक्सीन प्लांट के लिए हमने छह सौ करोड़ रुपये की लागत से काम शुरू किया है. इसके तहत हम करोड़ों डोज बनाएंगे. फिलहाल हम तीस-चालीस मिलियन डोज बनाएंगे. उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में टेस्ट करवाने के लिए चार सौ रुपये खर्च होते हैं. हम इस वैक्सीन को एक हजार रुपये में देंगे ताकि देश की सेवा हो.


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