केरल में सामने आया कोविड-19 के सब-वेरिएंट JN.1 का मामला, कर्नाटक-तमिलनाडु अलर्ट, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्या कहा?
JN.1 Case: केरल में कोरोना के सब-वेरिएंट जेएन.1 का मामला सामने आने पर पड़ोसी राज्य कर्नाटक और तमिलनाडु चौकन्ने हो गए हैं. वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति पर नजर रख रहा है.
Corona Cases In India: केरल में कोविड-19 के सब-वेरिएंट जेएन.1 (JN.1) का एक मामला सामने आया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से यह जानकारी शनिवार (16 दिसंबर) को दी. मामला 8 दिसंबर को सामने आया था.
सूत्रों ने कहा कि 79 वर्षीय महिला के नमूने का 18 नवंबर को आरटी-पीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव रिजल्ट आया था. उन्होंने कहा कि उनमें इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों (आईएलआई) के हल्के लक्षण थे और वह कोविड-19 से उबर चुकी थीं. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इस बीच शनिवार को केरल विधायक केपी मोहनन ने शनिवार को कन्नूर के पनूर नगर पालिका अस्पताल में कोविड-19 रोकथाम उपायों का निरीक्षण किया.
पीटीआई के मुताबिक, सूत्रों ने कहा कि भारत में वर्तमान में 90 फीसदी से ज्यादा कोविड-19 मामले हल्के हैं और वे होम आइसोलेशन में हैं. इससे पहले सिंगापुर में एक भारतीय यात्री को भी JN.1 सब-वेरिएंट का पता चला था. वह तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले का रहने वाला था और उसने 25 अक्टूबर को सिंगापुर की यात्रा की थी. तिरुचिरापल्ली जिले या तमिलनाडु के अन्य स्थानों में स्ट्रेन पाए जाने के बाद मामलों में कोई वृद्धि नहीं देखी गई. सूत्र ने कहा, ''भारत में जेएन.1 वेरिएंट का कोई अन्य मामला सामने नहीं आया है.''
क्या है जेएन.1 वेरिएंट?
एक सूत्र ने बताया कि जेएन.1 सब-वेरिएंट को पहली बार लक्जमबर्ग में पहचाना गया था और तब से यह कई देशों में फैल चुका है. यह पिरोला वेरिएंट (BA.2.86) से आया है. इसमें महत्वपूर्ण संख्या में यूनिक म्यूटेशंस शामिल हैं, विशेष रूप से स्पाइक प्रोटीन में, जो संक्रामकता को बढ़ाने और प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचाने का काम कर सकता है. सूत्र ने कहा कि हालांकि प्रारंभिक डेटा से पता चलता है कि अपडेटेड वैक्सीन और उपचार अभी भी जेएन.1 सब-वेरिएंट के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करेंगे.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय रख रहा स्थिति पर नजर
केरल में सामने आए जेएन.1 सब-वेरिएंट के मामले में भारत सरकार ने कहा है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य और अस्पताल की तैयारियों के उपायों का आकलन करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के नियमित अभ्यास के हिस्से के रूप में राज्यों में सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के संपर्क में है और स्थिति पर नजर रख रहा है.
कर्नाटक सरकार कराएगी अस्पतालों में मॉक ड्रिल
पड़ोसी राज्य केरल में नया कोविड मामला सामने आने पर कर्नाटक सरकार ने राज्य तैयारियों की जांच करने के लिए अस्पतालों में मॉक ड्रिल आयोजित करने का फैसला किया है. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मीडिया से कहा कि मीटिंग में कर्नाटक मेडिकल सप्लाई कॉर्पोरेशन के माध्यम से परीक्षण किट खरीदने के निर्देश जारी किए गए.
उन्होंने कहा, ''हमने अधिकारियों से परीक्षण किट खरीदने के लिए कहा है, जिसमें आरटी-पीसीआर परीक्षण, रैपिड एंटीजन टेस्ट और वीटीएम (वायरल ट्रांसपोर्ट मीडियम) शामिल हैं. मंत्री ने कहा कि अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वे सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल आयोजित करें ताकि यह जांच की जा सके कि आईसीयू बेड, ऑक्सीजन की उपलब्धता और दवाओं सहित कितने बेड हैं.
उन्होंने कहा, ''मैंने अधिकारियों को तैयार रहने के लिए कहा है. हालांकि स्थिति वैसी (चिंताजनक) नहीं है और हमें उस तरह से नहीं सोचना चाहिए, अगर (कोविड जैसी) स्थिति दोबारा आती है तो हमें तैयार रहना चाहिए.''
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री ने ये कहा
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने कहा कि राज्य सरकार ने पड़ोसी राज्य केरल और सिंगापुर में हाल ही में संक्रमण के मामलों में हुई बढ़ोतरी के मद्देनजर किसी भी ताजा कोविड प्रकोप से निपटने के लिए सभी सावधानियां बरती हैं. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को वायरस के प्रसार को रोकने के लिए उचित कदम उठाने के लिए कहा गया है.
तमिलनाडु में 36 मामले सक्रिय
तमिलनाडु में 36 सक्रिय मामले हैं और डिस्चार्ज अनुपात 98.94 प्रतिशत है. केंद्र सरकार की वेबसाइट पर उपलब्ध कोविड डेटा के अनुसार, भारतीय राज्यों में केरल में संक्रमण के सबसे ज्यादा 1,144 मामले हैं और डिस्चार्ज अनुपात 98.94 प्रतिशत है. मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु के स्वास्थ्य अधिकारी केरल में अपने समकक्षों के संपर्क में हैं और वे घटनाक्रम पर पर बारीकी से नजर रख रहे हैं.
मंत्री ने कहा, ''जब मैंने नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर से संपर्क किया तो मुझे बताया गया कि यह संक्रमण हल्का था और तीन या चार दिनों तक रहता था.'' उन्होंने कहा कि केरल का भी यही मामला है.
देश में एक दिन में सामने आए 339 नए मामले
शनिवार को अपडेट किए गए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में 339 नए कोविड-19 संक्रमण के मामले आए हैं, जबकि सक्रिय मामले बढ़कर 1,492 हो गए हैं.
देश में वर्तमान में कोविड मामलों की संख्या 4,50,04,481 (4.50 करोड़) है. स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या वर्तमान में 4,44,69,678 (4.44 करोड़) है, जबकि राष्ट्रीय रिकवरी दर 98.81 फीसदी है. मामले की मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है. मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, देश में अब तक 220.67 करोड़ कोविड वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी हैं.
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