कम आबादी होने के बावजूद बिहार से ज्यादा तमिलनाडु को मिलेगी कोरोना वैक्सीन, जानिए क्यों?
देश में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या 1 करोड़ के करीब पहुंच रही है. इस बीच देश मे जल्दी ही कोरोना का टीकाकरण शुरू होने की उम्मीद है.
नई दिल्ली: देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस का कहर काफी ज्यादा देखने को मिल रहा है. वहीं अब कोरोना वैक्सीन आने की उम्मीद है. हालांकि शुरुआती दौर में प्रत्येक राज्यों को एक समान कोरोना वैक्सीन उपलब्ध नहीं करवाई जाएगी. शुरुआती दौर में अलग-अलग राज्यों को अलग-अलग अनुपात में कोरोना वायरस की वैक्सीन मुहैया करवाई जाएगी. वहीं तमिलनाडु में ज्यादा कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करवाई जाएगी, जबकि ज्यादा आबादी वाले बिहार को कम वैक्सीन की खुराक मिलेगी.
देश में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या 1 करोड़ के करीब पहुंच रही है. इस बीच देश मे जल्दी ही कोरोना का टीकाकरण शुरू होने की उम्मीद है. टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक देश में पहले उनको वैक्सीन दी जाएगी, जिनकी उम्र 50 साल से ज्यादा है या जहां फ्रंटलाइन वर्कर की संख्या ज्यादा है. इस लिहाज से तमिलनाडु, ऐसे कई राज्यों से आगे जहां की जनसंख्या तमिलनाडु से ज्यादा है. देश में जल्द ही कोरोना वायरस के लिए लोगों को वैक्सीन उपलब्ध होगी. वहीं हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स के अलावा, जिनकी उम्र 50 साल से ज्यादा है या फिर उन्हें को-मॉबिडिटी है, ऐसे लोगों की ज्यादा आबादी वाले राज्यों को वैक्सीन वितरण में प्राथमिकता दी जाएगी. इनमें तमिलनाडु भी शामिल है.
माना जा रहा है कि देश में जिन राज्यों में 50 की उम्र के डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों की संख्या ज्यादा है, उन्हें कोरोना वैक्सीन के ज्यादा डोज मिल सकते हैं. ऐसे में तमिलनाडु भी ऐसे राज्यों में शामिल है जहां जनसंख्या कम है लेकिन 50 की उम्र के डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों की संख्या ज्यादा है. जिसके कारण तमिलनाडु की आबादी कम होने के बावजूद तमिलनाडु को बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों की तुलना में ज्यादा वैक्सीन मिलेगी.
तमिलनाडु की जनसंख्या
जनसंख्या की बात की जाए तो तमिलनाडु की जनसंख्या 7.6 करोड़ है. वहीं दूसरी तरफ बिहार की बात की जाए तो वहां की जनसंख्या 12 करोड़ से ज्यादा की है. दूसरी तरफ आंकड़े बताते हैं कि बिहार में 50 की उम्र से ज्यादा की आबादी 1.8 करोड़ है तो वहीं तमिलनाडु में ये संख्या 2 करोड़ है. इसी वजह से शुरुआती दौर में तमिलनाडु को बिहार से ज्यादा कोरोना वैक्सीन मिल सकती है.
तमिलनाडु में कितने केस?
जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 50 साल से ज्यादा की उम्र वाली आबादी काफी है. वहीं महाराष्ट्र में हाइपरटेंशन और पश्चिम बंगाल में डायबिटीज के सबसे ज्यादा मरीज हैं. इसके अलावा केरल की एक-तिहाई आबादी 50 की उम्र से ज्यादा की है और हाइपरटेंशन-डायबिटीज के मरीज भी काफी ज्यादा हैं. वहीं देश में तमिलनाडु कोरोना वायरस से प्रभावित राज्यों की लिस्ट में चौथे नंबर पर है. तमिलनाडु में अब तक करीब 8 लाख कोरोना वायरस के मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. वहीं 11800 से ज्यादा लोगों की राज्य में कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है. फिलहाल राज्य में कोरोना के करीब 10 हजार एक्टिव केस हैं.
यह भी पढ़ें:
बहरीन ने चीनी कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी, 86 फीसदी प्रभावी है ये टीका