नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस का संक्रमण अभी पूरी तरह से थमा नहीं है. हर रोज कोरोना वायरस के कारण हजारों लोगों की जान जा रही है. वहीं देश में लाखों लोग रोजाना कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं. इस बीत तेलंगाना सरकार ने राज्य में लॉकडाउन को बढ़ा दिया है.


कोरोना वायरस संकट की रोकथाम के लिए तेलंगाना सरकार ने कदम उठाते हुए राज्य में लॉकडाउन को 10 दिनों के लिए बढ़ा दिया है. वहीं दैनिक छूट की अवधि सुबह 6 बजे से दोपहर एक बजे तक बढ़ा दी गई है. मौजूदा लॉकडाउन की मियाद आज खत्म हो रही थी.






मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के दफ्तर से जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, मंत्रिमंडल ने राज्य में लागू लॉकडाउन को कल (31 मई) से अगले 10 दिनों तक जारी रखने का फैसला किया है. मंत्रिमंडल ने लॉकडाउन को विस्तार देने समेत कई मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बैठक की थी. मंत्रिमंडल की बैठक से पहले एआईएमआईएम के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्विट में राव से लॉकडाउन का विस्तार नहीं करने की गुजारिश की थी.


सार्वभौमिक टीकाकरण समाधान


असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह कोविड-19 से निपटने की रणनीति नहीं है और महामारी से निपटने का लंबे समय का समाधान सार्वभौमिक टीकाकरण है. ओवैसी ने सिलसिलेवार किए गए ट्वीट में कहा, 'अगर मकसद भीड़ कम करना है तो हम रात्रि कर्फ्यू (शाम छह बजे से) या कोविड क्लस्टरों के लिए अल्प लॉकडाउन पर विचार कर सकते हैं. लेकिन यह उम्मीद करना कि 3.5 करोड़ लोग लॉकडाउन में चार घंटे की रियायत के साथ हफ्तों तक रहें, यह सही नहीं है.'


तेलंगाना में कितने केस?


हैदराबाद से सांसद ने कहा कि तेलंगाना में 12 मई को लॉकडाउन की घोषणा करने से पहले कोविड-19 के मामले कम होने लगे थे. बता दें कि तेलंगाना में अब तक 5.74 लाख से ज्यादा कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. फिलहाल राज्य में 36 हजार से ज्यादा एक्टिव कोरोना वायरस के मरीज हैं. वहीं राज्य में अब तक 5.33 लाख कोरोना मरीजों का इलाज किया जा चुका है. इसके अलावा 3200 से ज्यादा लोगों की राज्य में कोरोना के कारण जान जा चुकी है.