लखनऊ: यूपी से एक डराने वाली खबर आई है. अगर ये ट्रेंड बन गया तो हालात बिगड़ सकते हैं. यूपी के महाराष्ट्र या गुजरात बन जाने का खतरा हो सकता है. बिहार से सटे सिद्धार्थनगर जिले में कोरोना के 10 नए मरीज मिले हैं. ये सब वहां के क्वॉरंटीन सेंटर में थे. दो अलग अलग स्कूलों में इन्हें रखा गया था. तीन दिल्ली से आए थे. बाकी सात मुंबई से आए थे. यहां पहुंचते ही सबको क्वॉरंटीन कर दिया गया. इनमें से एक में कोरोना बीमारी के लक्षणा पता चला, तुरंत उसका कोविड टेस्ट हुआ. जांच के लिए रिपोर्ट गोरखपुर गया. केस पॉज़िटिव निकला. उसके साथ ही 133 और लोगों की जांच हुई. इनमें से 9 लोग पॉज़िटिव निकले. इनकी उम्र 18 से 40 साल के बीच है.


देशभर से कोरोना के हर दिन सैकड़ों नए केस सामने आ रहे हैं. संख्या तो अब 50 हज़ार के क़रीब पहुंच गई हैं. लेकिन सबसे बड़ी चिंता कुछ और है. इसका कनेक्शन क्वॉरंटीन सेंटर से है. अगर ऐसे ही सरकारी सेंटर में भी लोग वायरस से संक्रमित होने लगे तो फिर मामला आउट ऑफ कंट्रोल हो सकता है. एक एक क्वॉरंटीन सेंटर पर कई लोग रहते हैं. आम तौर पर देश के दूर दराज के इलाक़ों में स्कूल कॉलेजों में क्वॉरंटीन सेंटर बनाए गए हैं. दूसरे राज्यों से जो मज़दूर और बाक़ी लोग आते हैं. ऐसे ही सेंटरों में उन्हें ठहराया जाता है. 14 दिनों तक यहां रहने का प्रोटोकॉल रहा है. क्वॉरंटीन के बाद ही इन्हें घर जाने की छूट मिलती है.


लेकिन अगर क्वॉरंटीन सेंटर में ही लोग संक्रमित होने लगें जैसा सिद्धार्थनगर में हुआ तो फिर लेने के देने पड़ सकते हैं. हर दिन मज़दूरों को लेकर स्पेशल ट्रेन देश के कोने कोने से यूपी पहुंच रही हैं. कुछ मुंबई से आ रहे हैं तो कुछ सूरत से पहुंच चुके हैं. सिलसिला जारी है.


यूपी के गृह विभाग के एडिशनल चीफ़ सेक्रेटरी ने बताया कि अब तक क़रीब 6 लाख लोग यहं आ चुके हैं. इन सबकी स्क्रीनिंग, मेडिकल चेकअप और फिर क्वॉरंटीन का प्रोटोकॉल पूरा किया जा रहा है. लेकिन अगर क्वॉरंटीन सेंटर में ही कोई केस पॉज़िटिव हो जाए तो फिर सब गड़बड़ हो सकता है.


वैसे भी इंडियन कांउसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च का कहना है कि अब अधिकतर मामले बिना लक्षण वाले आ रहे हैं. ऐसे में तो खतरे को समझ पाना भी मुश्किल है. सबकी टेस्टिंग भी नहीं हो सकती है. फिर तो सेंटर में एक के भी पॉज़िटिव होने पर पूरा मामला खराब हो सकता है. ऊपर से हर दिन हज़ारों लोगों का अपने गांव लौटना और मज़दूरों की घरवापसी के साथ ही यूपी की योगी सरकार के लिए ये सबसे बड़ी चुनौती होगी. एक ज़िले के डीएम अपना नाम न ज़ाहिर करने की शर्त पर बताते हैं हम सब धर्म संकट में हैं. सबको क्वॉरंटीन में भी भेजना है और एक एक की कोविड जांच भी असंभव है. ऐसे में हम सब कोरोना रूपी बारूद पर बैठ गए हैं. क्या पता, कब किस इलाक़े में फट जाए!


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