देश में कोरोना महामारी का खतरा एक बार फिर से बढ़ने लगा है. चौथी लहर की आशंका जताई जा रही है. भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 1000 से अधिक केस दर्ज किए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 1007 नए मामले सामने आए हैं. वही कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 11,000 के आंकड़े को पार कर गई है. वही 24 घंटों में कोविड-19 संक्रमण की वजह से 26 मरीजों की जा चली गई है. एनसीआर के स्कूलों में कोरोना के मामले बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है. नोएडा और गाजियाबाद के बाद दिल्ली के स्कूल में भी कोरोना ने एक बार फिर से दस्तक दी है. 


दिल्ली के एक निजी स्कूलों में एक छात्र और शिक्षक कोरोना पॉजिटिव पाए गए. जिसके बाद बाकी छात्रों को छुट्टी दे दिया गया है.


संक्रमित होने पर कितने दिन बाद मिलना सेफ?


कोरोना संक्रमण को फैलने से बचाने के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरुरी है. वही संक्रमित होने पर क्वारंटाइन नियमों का पालन करना संक्रमण को रोकने में काफी हद तक सहायक है. नीति आयोग के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. वीके पॉल ने इस साल के शुरुआत में कहा था कि अगर किसी ने ओमिक्रोन के लिए टेस्ट करवाया है तो उसके नतीजे का इंतजार तक घर पर ही क्वारंटाइन रहें. और अगर कोई संक्रमित है तो 7 दिनों का क्वारंटाइन की अवधि पूरा करें और फिर अगर रिपोर्ट निगेटिव आती है तभी लोगों के बीच जाएं. वही कुछ विशेषज्ञ ये सलाह देते हैं कि कोरोना के लक्षण दिखने पर खुद को अलग कर लें ताकि संक्रमण दूसरे तक फैलने से रोका जा सके.


बच्चों का कैसे रखें ख्याल?


कोरोना महामारी के दो साल बीत जाने के बाद भी एक्सपर्ट्स बार-बार मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह दे रहे हैं. साथ ही भीड़ भाड़ वाली जगह पर जाने से बचने की सलाह भी देते रहे हैं. ऐसे में एक बार फिर जब कोरोना के मामले बढ़े हैं तो मास्क और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन भी जरुरी है. फिलहाल दिल्ली-एनसीआर के कई स्कूलों में कोरोना के मामले सामने आने के बाद माता-पिता के साथ स्कूल प्रशासन की चिंता बढ़ गई है. ऐसे में ये बेहद जरुरी है कि हम अपने बच्चों का कैसे ख्याल रखें. 


बच्चों को संक्रमण होने से कैसे बचाएं


1. बच्चों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित करें


2. बच्चों को बार-बार ठीक से साबुन या फिर हैंडवॉश से हाथ धोने के लिए कहें


3. स्कूल में सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें और सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखें


4. अपने बच्चों को बार-बार नाक, कान, मुंह आदि छुने से मना करें


5. बच्चों के खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है, उन्हें पौष्टिक आहार दें


6. बच्चों को बाजार के सामान या फिर जंक फूड लेने से रोकें


6. स्कूल प्रशासन बच्चों को सामाजिक दूरी का पालन कराए. साथ ही साफ-सफाई की व्यवस्था करे


7. कोरोना के लक्षण मिलने पर उन्हें स्कूल न भेजें


8. कोरोना पॉजिटिव मिलने पर बच्चों को घर पर क्वारंटाइन करें


9. स्कूल प्रशासन छात्रों का टेंपरेचर मापने की व्यवस्था करे ताकि बीमार बच्चों का आसानी पता लगाया जा सके


10. प्रशासन स्कूल की कक्षाओं में सैनिटाइजेशन की व्यवस्था करे


ये भी पढ़ें:


इस साल कैसा रहेगा मॉनसून? जानें क्या कहता है मौसम विभाग का अनुमान


कैंसर पीड़ित शिक्षिका के जज्बे को सलाम! पैशन के आगे ठुकराया जज के 'सरकारी नौकरी' का प्रस्ताव