(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
लगातार बढ़ रहे कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 के मामले, इस एक राज्य में 34 केस की पुष्टि
Corona Sub-variant JN.1 Cases: कोरोना वायरस के नए सब वैरिएंट JN.1 के अब तक देश में 63 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. इसमें से गोवा में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं.
Corona Sub-variant JN.1 Cases: कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से लोगों को डराना शुरू कर दिया है. इस बीच सूत्रों ने बताया कि कोरोना के नए सब वैरिएंट JN.1 के 63 मामलों की अब तक पुष्टि हुई है.
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सबसे अधिक 34 मामले गोवा में आए हैं. वहीं महाराष्ट्र में 9, कर्नाटक में आठ, केरल में छह, तमिलनाडु में चार और तेलंगाना में दो मामलों की पुष्टि हुई है.
देश में आए 600 से ज्यादा केस
देश की बात करें तो पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 628 केस आए हैं. इस दौरान केरल में एक व्यक्ति की जान गई है. ऐसे में कोरोना वायरस से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 5 लाख 33 हजार 334 हो चुकी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार कोविड से 4 करोड़ 44 लाख 71 हजार 860 लोग ठीक हो चुके हैं. ऐसे में स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.81 प्रतिशत है. वहीं मृत्यु दर 1.19 फीसदी है.
घबराना की जरूरत नहीं- डॉ वीके पॉल
हाल ही में नीति आयोग (स्वास्थ्य) के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा था कि सब वैरिएंट JN.1 पर नजर है. इसको लेकर राज्यों को तैयार रहने की जरूरत है, लेकिन घबराना नहीं है.
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक भी की थी. इसके बाद मंडाविया ने कहा था कि केंद्र सरकार राज्यों के सहयोग करने के लिए तैयार है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने क्या कहा?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने जेएन.1 के बढ़ते मामलों को देखते हुए दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों को निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने का आग्रह किया है. डब्ल्यूएचओ ने लोगों से भी ऐहतियाती कदम उठाने की अपील की है।
डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, “कोविड-19 वायरस विश्व स्तर पर सभी देशों में फैलता, परिवर्तित और प्रसारित होता रहता है। वर्तमान साक्ष्य से पता चलता है कि जेएन.1 द्वारा उत्पन्न अतिरिक्त सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम कम है. इसके विकास के अनुसार हमें अपनी प्रतिक्रिया तय करनी चाहिए और लगातार नजर रखनी चाहिए.”