कोरोना वायरस के खिलाफ दूसरे चरण का टीकाकरण अभियान के शुरू होने के बाद से पिछले पांच दिनों के अंदर दिल्ली में 86 हजार 700 लोगों को डोज लगाया जा चुका है लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि ये संख्या बहुत कम है. उनका मानना है कि राजधानी में 60 वर्ष से ऊपर की 1.2 मिलियन आबादी हो सकती है. उन्होंने कहा है कि अगर इस तीसरे प्राथमिकता ग्रुप के सभी लोगों को डोज लगवाया जाना है, तो अभियान को अभी से ही रफ्तार पकड़ने की जरूरत है. आपको बता दें कि अभियान के दूसरे चरण में 60 वर्ष से ज्यादा और चिह्नित बीमारी वाले 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है.
राजधानी दिल्ली में टीकाकरण अभियान को गति देने की जरूरत
शनिवार को दिल्ली में सबसे ज्यादा 33 हजार 287 लोगों ने डोज लगवाया है. फिर भी, अभियान की धीमी गति ने विशेषज्ञों और सरकार को चिंता में डाल दिया है. 60 वर्ष से ऊपर के लोग रोजाना औसतन 12 हजार 612 डोज लगवा रहे हैं, विशेषज्ञों का मानना है कि राजधानी में रहने वाले इस श्रेणी के लोगों को वैक्सीन का पहला डोज लगवाने में पांच महीने से ज्यादा लगेंगे. सरकार के पास इस बात का ठोस आंकड़ा नहीं है कि चिह्नित बीमारी वाले 45 साल से ऊपर के कितने लोग दिल्ली में रह रहे हैं. भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और सीरम की कोविशील्ड के दो डोज 4 से 6 सप्ताह के अंतराल पर इस्तेमाल करना है.
अभियान की धीमी गति ने विशेषज्ञों और सरकार की बढ़ाई चिंता
इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलियरी साइंसेज के डायरेक्टर डॉक्टर एसके सरीन कहते हैं, "हमें टीकाकरण अभियान को छह गुना रफ्तार देने की जरूरत है, इसके लिए टीकाकरण केंद्र और केंद्रों के समय को बढ़ाए जाने की जरूरत है. हर सेंटर पर रोजाना दिए जानेवाले डोज की संख्या पर सीमा को हटाना होगा." शुक्रवार को आयोजित दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में उपराज्यपाल अनिल बैजल ने टीकाकरण अभियान की रफ्तार बढ़ाने के आदेश दिए. सरकार अब बुजुर्गों और एक साथ कई बीमारी वाले लोगों के बीच टीकाकरण की रफ्तार को धार देने के लिए कई उपायों पर विचार कर रही है.
उसके तहत निजी और सरकारी डिस्पेंसरी में टीकाकरण केंद्रों की संख्या को बढ़ाया जाना है, लोगों को नजदीकी टीकाकरण केंद्र तक लाने के लिए नेटवर्क खड़ा करना और को-विन पोर्टल पर खुद से रजिस्ट्रेशन में अक्षम लोगों के लिए कैंप आयोजित करना शामिल है. सूत्रों के मुताबिक, डिस्पेंसरी में टीकाकरण अभियान सप्ताह में सिर्फ चार दिन चलाए जा सकते हैं. उनका कहना है कि इस सप्ताह करीब 100 सेंटर को शामिल किया गया है और धीरे-धीरे संख्या को बढ़ाया जा रहा है. हालांकि, वर्तमान में अभी 24 घंटे सुविधा वाला कोई सेंटर नहीं है, लेकिन आनेवाले दिनों में ऐसा होने की संभावना है.
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