केंद्र सरकार ने कोविड-19 के खिलाफ चल रहे टीकाकरण अभियान में कोरोना रोधी वैक्सीन कोविशिल्ड की पहली और दूसरी खुराक के बीच के अंतराल को आठ हफ्तों तक बढ़ाने का फैसला किया है. कोविशील्ड, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की AZD1222 वर्जन है, जिसे ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के सहयोग से एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित किया गया है.


बता दें कि AZD122 के ग्लोबल ट्रायल के कुछ आंकड़ों से पता चला है कि डोज के बीच की अवधि को 12 सप्ताह तक बढ़ाने से इसकी प्रभावकारिता बहुत ज्यादा बढ़ गई. दूसरी ओर अमेरिका, पेरू और चिली में ट्रायल से सोमवार को अंतरिम निष्कर्षों से पता चला है जब पहली खुराक के चार सप्ताह बाद दूसरी खुराक दी गई तो टीके की प्रभावकारिता लगभग 79 फीसदी थी.


दो विशेषज्ञ समूहों द्वारा अंतराल बढ़ाने की सिफारिश की गई थी


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सोमवार को कहा गया कि नए वैज्ञानिक साक्ष्यों को देखते हुए वैक्सीनेशन पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) द्वारा कोविशील्ड की पहली और दूसरी डोज के बीच अंतर की समीक्षा की गई थी. वहीं टीकाकरण प्रशासन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह (NEGVAC) ने भी अपनी 20वां बैठक में इस पर चर्चा की थी. जिसके बाद कोविशील्ड की पहली और दूसरी डोज के बीच चार से छह सप्ताह के स्थान पर अब चार से आठ हफ्तों का अंतर रखने की सिफारिश की गई है.


विशेषज्ञ समूहों की सिफारिशें मानी गईं


वहीं क्रेंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा जानकारी दी गई है कि सरकार ने दोनों विशेषज्ञ समूहों की सिफारिशों पर गौर किया और इन्हें मंजूरी दे दी गई है. इस संबंध में मंत्रालय द्वारा सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर कहा गया है कि कोविशील्ड वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज के बीच चार से आठ हफ्तों का अंतराल सुनिश्चित करें.


पहली और दूसरी डोज के बीच अंतराल बढ़ाने से सुरक्षा ज्यादा


स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा ये भी जानकारी दी गई कि जो भी फिलहाल वैज्ञानिक साक्ष्य सामने आए हैं, उनके मद्देनजर अगर कोविशील्ड की दूसरी डोज को 6 से 8 हफ्तों के बीच दिया जाता है तो सुरक्षा ज्यादा बढ़ जाती है. लेकिन ध्यान रहे कि दोनों डोज के बीच 8 हफ्तों से ज्याजा अंतर किसी भी हाल में नहीं होना चाहिए. इसके साथ ही मंत्रालय ने ये भी कहा कि दो डोज के बीच संशोधित किए गए अंतराल का नियम सिर्फ कोविशील्ड पर ही लागू किया जाएगा स्वदेशी कोवैक्सीन पर ये नियम लागू नहीं होगा.


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