नई दिल्ली: कोरोना वायरस के चलते दुनिया के कई देशों ने भारत पर यात्रा पाबंदियां लगा रखी हैं. वहीं, अब कोरोना के डेल्टा वेरिएंट और डेल्टा प्लस वेरिएंट के चलते पाबंदियों के हटने की उम्मीद कम ही बनी हुई है. हालांकि, अमेरिका समेत कुछ देशों ने विद्यार्थियों, नौकरी पेशा समेत अन्य को छूट दी है. वहीं, कई देशों ने अब भी यात्रा को लेकर इजाजत नहीं दी है.
रूस, सर्बिया, दक्षिण अफ्रीका, अफगानिस्तान, किरगिस्तान, अल्बानिया ये वो देश हैं जहां भारतीयों पर यात्रा को लेकर पाबंदिया नहीं है. हालांकि शर्तों के साथ यात्रा कि इजाजत दी गई है. यात्रा करने वाले लोगों को क्वारंटीन होना होगा साथ ही सभी यात्रियों के पास कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट का होना अनिवार्य रहेगा.
तुर्की ने भारतीय यात्रियों को इजाजत तो दी है लेकिन निगेटिव रिपोर्ट के साथ-साथ 14 दिनों क्वारंटीन होना आवश्यक बताया है.
दक्षिण कोरिया में केवल उन्ही भारतीय यात्रियों को इजाजत है जिन्हें कोविशील्ड की दोनों खुराक लग चुकी है. साथ ही इन यात्रियों को 14 दिन क्वारंटीन होना अनिवार्य होगा. वहीं, कोवैक्सीन लेने वाले लोगों को भी क्वारंटीन रहना होगा.
जर्मनी में भारतीयों पर यात्रा का बैन हटा दिया है. आपको बता दें, जर्मनी ने भारत को वेरिएंट के चिंता वाले मुल्कों की कैटेगरी से हटा दिया है. हालांकि, यात्रियों के पास कोरोना निगेटिव रिपोर्ट का होना जरूरी है साथ ही उन्हें 10 दिनों तक क्वारंटीन रहना होगा.
यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) ने भारतीयों पर लगाए प्रतिबंध को 31 जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया है. यूएई ने ट्विटर के जरिए इस बात की सूचना दी कि कोरोना वायरस के चलते भारत से आने वाली उड़ानों पर लगे प्रतिबंध को बढ़ा दिया गया है.
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