कोविड वैक्सीन आने के बाद सबसे पहले किन लोगों को मिलेगी, स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने दी जानकारी
भारत को जनवरी-फरवरी में बहुत सी एंटी कोविड वैक्सीन मिलने की संभावना है. बशर्ते कि नियामक क्लीनिकल ट्रायल के डाटा को संतोषजनक पाए.
नई दिल्ली: दुनिया में कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से ऊपर की ओर बढ़ रहा है. कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी को वैक्सीन का इंतजार है. अब ये इंतजार जल्दी खत्म हो सकता है. इस बीच स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने एक बार बताया है कि भारत में वैक्सीन आने पर सबसे पहले किन लोगों को दी जाएगी.
एक निजी न्यूज चैनल से स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि सबसे पहले हेल्थ वर्कर को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी. इसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर, पुलिसकर्मा और पैलामिलिट्री फोर्स को वैक्सीन दी जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि इसके बाद फिर 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन लगेगी. फिर 50 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों के ग्रुप को और फिर आखिरी में कोमर्बिडिटी के मरीजों को दी जाएगी.
जल्द कोविड वैक्सीन मिलने की संभावना दरअसल, भारत को जनवरी-फरवरी में बहुत सी एंटी कोविड वैक्सीन मिलने की संभावना है. भारत सरकार द्वारा पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और फॉर्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा मिलकर बनाई जा रही कोरोना वायरस की संभावित वैक्सीन के लिए आपात मंजूरी दे सकता है.
वहीं भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को चरण I और II परीक्षणों के डाटा को सब्मिट करने के बाद आपातकालीन मंजूरी मिल सकती है. नियामक सूत्रों के मुताबिक भारत बायोटेक वैक्सीन के लिए डेटा प्रकाशित करने की प्रक्रिया में है जो अब भारत में चरण 3 परीक्षणों में है. इसलिए, फरवरी तक दो टीके उपलब्ध हो सकते हैं.
एक अधिकारी के अनुसार "अगर सब कुछ योजना के अनुसार हो जाता है और कंपनी (SII) दिसंबर में आपातकालीन प्राधिकरण को सुरक्षित करने का प्रबंधन करती है, तो हम जनवरी-फरवरी तक पहले टीके की उम्मीद कर रहे हैं. इसके साथ ही लाभार्थियों के पहले सेट की भी पहचान हो गई है."
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