मुंबईः महाराष्ट्र के मुंबई में मशहूर महालक्ष्मी रेस कोर्स जो मुंबई की समृद्धि की निशानी रहा है, कोरोना वायरस की मुसीबत के इस काल में यहां पर अस्थाई अस्पताल बनाकर मुंबई को मजबूत करने की प्रक्रिया जारी है. यहां एक पंडाल बनकर तैयार है जिसमें 300 बेड लगाए गए हैं.


इसके साथ ही एक दूसरा पंडाल बनाने की प्रक्रिया जारी है इस पंडाल के दो हिस्से हैं. जिसमें 200- 200 बेड लगाए गए हैं. गंभीर मामलों के लिए 126 बेड का एक दूसरा आईसीयू भी महालक्ष्मी रेस कोर्स में बनाया जा रहा है. इस तरह से कुल मिलाकर चार सेटअप महालक्ष्मी रेस कोर्स में लगाए गए है.


300 बेड का जो सेंटर बनकर तैयार है वहां पर जो मरीज पहुंचेंगे उनके लिए आधुनिकतम इंतजाम किए गए हैं. उनको एक बेड दिया जा रहा है जिस पर गद्दा तकिया चादर रहेगा. दूसरे क्वनारेंटीन सेंटर के अलग इस सेंटर में उन्हें कुर्सी भी दी जा रही है साथ ही मोबाइल चार्ज करने के लिए इलेक्ट्रिक बोर्ड भी दिया जा रहा है. हर बेड तक वायरिंग करके एक इलेक्ट्रिक बोर्ड पहुंचाया गया है जो आम लोगों की जरूरत को पूरा करेगा.


इसके अलावा इस सेंटर को पूरी तरीके से कांटेक्ट लैस रखने के लिए इस बड़े पंडाल के बाहर एक छोटा पंडाल है. जहां जो मरीज होंगे वो डॉक्टर और दूसरे मेडिकल स्टाफ के संग संवाद करेंगे यहां पर एक बड़ा सा ग्लास लगाया है जिसमें कई चेंबर बनाए गए हैं. पहले हिस्से में एक प्लास्टिक का हाथ बाहर झूल रहा है जिस में हाथ डालकर डॉक्टर पेशेंट के सैंपल लेगा यहां पर दोनों तरफ फोन रखे हैं मरीज और डॉक्टर फोन पर एक दूसरे से बात कर पाएंगे.


मुंबई में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच में प्रशासन की पूरी कोशिश यही है कि पूरी तैयारी कर ली जाए. जिससे मामले और ज्यादा बढ़े तो उसे कंट्रोल किया जा सके मैनेज किया जा सके.


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