COVID-19: न्यू ईयर से पहले ही बाजारों में भीड़, कोरोना को लेकर लोगों में है बेफिक्री... साबित हो सकता है खतरनाक!
COVID-19: कोरोना मामले अब भारत में भी बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में नए साल का जश्न कोविड के कारण फीका न पड़ जाए इसके लिए हमें सतर्क रहने की जरूरत है.
India COVID-19: नया साल बेहद नजदीक है. नए साल पर दुनिया भर में जश्न मनाया जाता है. कोरोना की वजह से पिछले 3 सालों से नए साल का जश्न काफी फीका था. इस साल नए साल के जश्न को लेकर लोगों में काफी ज्यादा उत्सुकता थी, लेकिन जिस तरह से चीन से परेशान करने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं और एक बड़ा मौत का आंकड़ा भी सामने दिख रहा है उसके बाद डर है कि नए साल का जश्न कहीं फीका ना पड़ जाए!
भारत की अगर बात करें तो कोई गाइडलाइन फिलहाल सरकार की तरफ से नहीं जारी की गई है लेकिन बार-बार इतियात करने के लिए कहा जा रहा है. एक्सपर्ट की राय भी यह है चीन की तस्वीरें खतरे की घंटी है और इस खतरे की घंटी से सतर्क हो जाना हमारा काम है.
दिल्ली के बाजारों की तस्वीरें डरा रहीं
सतर्क रहने के लिए बेहद जरूरी है कि हम अगर बाहर निकलते हैं और खासतौर से भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाते हैं तो मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें. यह कोरोना वायरस में काफी बड़े और कारगर हथियार साबित हुए हैं उनका इस्तेमाल करना न भूले. बावजूद इसके दिल्ली के बाजारों की तस्वीरें डरा रही हैं. दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस में वीक डे में भीड़ इतनी है कि जैसे मानो त्योहार का वीकेंड हो... सोचिए अभी से यह तस्वीरें हैं तो न्यू ईयर पर क्या होगा, लेकिन सबसे हैरानी की बात यह है कि इतनी भीड़ में ना के बराबर ही ऐसे चेहरे दिख रहे हैं जिनके मास्क लगा हुआ है.
सरकार को उठाना चाहिए सख्त कदम
कोरोना खतरे को देखते हुए मास्क लगाना बेहद जरूरी हो जाता है कहीं ऐसा न हो कि नए साल का जश्न कोरोना के कारण फीका पड़ जाए. विंटर ब्रेक शुरू हो गया है और नया साल बेहद नजदीक है जिसकी वजह से ऐतिहासिक स्मारकों पर भी भीड़ काफी ज्यादा देखी जा रही है. दिल्ली के इंडिया गेट पर चाहे दिन का समय हो या फिर रात का, लोगों की भीड़ खचाखच भरी हुई है, लेकिन एहतियात के नाम पर लोगों के चेहरे पर मास्क नहीं है सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर की बात है. अब इसमें सरकार को कोई सख्त कदम उठाना चाहिए ताकि आगे आने वाले खतरे को टाला जा सके.
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