Covid के नए वैरिएंट का सुपर स्प्रेडर तो नहीं बन रहा महाराष्ट्र? हर 5 में से एक मरीज JN.1 का, वेटिंलेटर-ऑक्सीजन सिलेंडर तैयार करने का निर्देश
महाराष्ट्र में रविवार को कोरोना के 50 मामले सामने आए हैं. इनमें से 9 JN.1 वैरिएंट के हैं. देश में 24 दिसंबर तक JN.1 वैरिएंट के 63 केस सामने आ चुके हैं.
भारत में 24 दिसंबर को कोरोना के 656 नए मामले सामने आए. देश में एक्टिव केस बढ़कर 3742 हो गए हैं. केरल में सबसे ज्यादा 128 केस मिले हैं, राज्य में एक्टिव केस 3000 हो गए हैं. वहीं, महाराष्ट्र में कोरोना के 50 मामले सामने आए हैं. चौंकाने वाली बात ये है कि महाराष्ट्र में जो नए केस मिले, उनमें से हर 5 में से करीब एक केस नए वैरिएंट JN.1 का है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि कहीं महाराष्ट्र Covid के नए वैरिएंट का सुपर स्प्रेडर तो नहीं बन रहा है? JN.1 वैरिएंट के बढ़ते केसों को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार अलर्ट पर आ गई है. सरकार ने स्वास्थ्य अधिकारियों को सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य आवश्यक उपकरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. उधर, WHO ने भी कोरोना संक्रमित देशों को सर्विलांस बढ़ाने की सलाह दी है.
भारत में इससे पहले 23 दिसंबर को कोरोना के 752 नए केस सामने आए थे. यह 21 मई के बाद देश में सबसे ज्यादा केस थे. भारत में बढ़ते कोरोना केसों के पीछे JN.1 वैरिएंट को ही मुख्य वजह माना जा रहा है. केरल में JN.1 वैरिएंट का पहला केस मिला था. केंद्र सरकार ने राज्यों को वायरस के वैरिएंट पर नजर बढ़ाने के लिए सभी सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजने का निर्देश दिया है.
कोरोना से जुड़े 10 बड़े अपडेट्स...
- महाराष्ट्र में रविवार को कोरोना के 50 नए केस मिले. इनमें से 9 में JN.1 वैरिएंट की पुष्टि हुई है. राज्य में अब तक कोविड के 81,72,135 केस सामने आ चुके हैं.
- महाराष्ट्र में JN.1 वैरिएंट के अब तक 10 केस मिल चुके हैं. इनमें से सबसे ज्यादा ठाणे में 5, पुणे में दो जबकि अकोला, सिंधुदुर्ग और पुणे ग्रामीण में एक-एक केस मिला है. JN.1 के जो 10 केस मिले हैं, वे सभी मरीज ठीक हो चुके हैं.
- महाराष्ट्र के मंत्री संजय बनसोडे ने अफसरों से कोरोना को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है. उन्होंने सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, दवाएं और अन्य आवश्यक उपकरण सुनिश्चित करने का आदेश दिया है.
- भारत में 24 दिसंबर तक JN.1 वैरिएंट के 63 केस सामने आ चुके हैं. JN.1 अगस्त में सबसे पहले लक्जमबर्ग में मिला था. यह SARS के BA.2.86 वैरिएंट का सबवैरिएंट है.
- केरल में पिछले 24 घंटे में कोरोना से 1 व्यक्ति की मौत भी हुई है. राज्य में एक्टिव केस भी 3000 हो गए हैं. अब तक राज्य में महामारी से 72063 लोगों ने अपनी जान गंवाई है.
- WHO ने बताया कि दुनियाभर में पिछले चार हफ्तों में कोरोना के 52% केस बढ़े हैं. दुनियाभर में पिछले 28 दिन में कोरोना के 8.5 लाख नए केस सामने आए हैं. जबकि 3 हजार लोगों की मौत हुई है.
- वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, पिछले 28 दिनों में दुनियाभर में 118000 लोग अस्पताल में भर्ती हुए हैं. जबकि 1600 ICU में हैं. पिछले दिनों की तुलना में अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में भी 23% इजाफा हुआ है.
- WHO ने दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों से Covid-19 और इसके नए सबवैरिएंट JN.1 के बढ़ते मामलों को देखते हुए सर्विलांस बढ़ाने की सलाह दी है.
- वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने लोगों से सभी सुरक्षात्मक कदम उठाने की अपील की है. कोरोना के नए वैरिएट JN.1 के तेजी से फैलने पर यही सवाल उठ रहा है कि क्या मौजूद वैक्सीन इससे सुरक्षा कर सकती हैं? WHO ने बताया कि वर्तमान वैक्सीन JN.1 और SARS-CoV-2 के जरिए होने वाली गंभीर बीमारी और मौत से सुरक्षा करने में सक्षम है.
- कर्नाटक में शनिवार को कोरोना के 104 नए मामले सामने आए, जिससे एक्टिव केस 271 हो गए. इनमें से 258 मरीज होम आइसोलेशन में हैं, जबकि 13 हॉस्पिटल में भर्ती हैं.
कितना खतरनाक है JN.1 वैरिएंट?
कोरोना का JN.1 वैरिएंट अन्य वैरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक बताया जा रहा है तेजी अन्य वैरिएंट की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलता है. हालांकि, अभी तक इस वैरिएंट से कोई गंभीर खतरा सामने नहीं आया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने JN.1 वैरिएंट को 'वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' के तौर पर बताया है. WHO के मुताबिक, इससे जनता को कोई बड़ा खतरा नहीं है. इस वैरिएंट पर पहले से मौजूद वैक्सीन असरदार हैं.