Covid in India: WHO ने कहा- जेएन.1 से सुरक्षा के लिए मौजूदा वैक्सीन कारगर, कई राज्यों में कोविड गाइडलाइंस जारी, पढ़ें कोरोना के लेटेस्ट अपडेट्स
Covid Cases in India: भारत में कोरोनावायरस के बढ़ रहे मामलों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. हालांकि, अभी भी एक्सपर्ट्स लोगों को घबराने से मना कर रहे हैं.
India Covid Updates: भारत में 23 दिसंबर को कोविड-19 के 752 नए मामले रिकॉर्ड किए गए हैं. इस तरह देश में 21 मई 2023 के बाद से एक दिन में रिकॉर्ड किए ये कोविड के सबसे ज्यादा केस हैं. सबसे ज्यादा कोरोनावायरस के मामले केरल में रिकॉर्ड किए गए हैं. 23 दिसंबर को कोविड की वजह से चार लोगों की मौत हुई है. केरल में दो तथा राजस्थान और कर्नाटक में कोविड-19 से एक-एक मरीज की मौत हुई है. देश में अभी कोविड के एक्टिव केस की संख्या 3420 है.
वहीं, भारत में कोविड के जेएन.1 सब-वेरिएंट को लेकर सबसे ज्यादा चिंता है. इस सब-वेरिएंट को लेकर राज्य पूरी तरह से अलर्ट मोड में हैं. केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि वे कोविड-19 के स्वैब के नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजें, ताकि वेरिएंट के बारे में पता लगाया जा सके. इस बीच एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोविड से अभी घबराने की जरूरत नहीं है. ऐसे में भारत में कोविड से जुड़े लेटेस्ट अपडेट्स जानते हैं.
- एम्स के पूर्व डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि जेएन.1 तेजी से फैल रहा है और ये धीरे-धीरे प्रभावी वेरिएंट बन रहा है. ये बहुत ज्यादा संक्रमण फैला रहा है, मगर डाटा दिखा रहा है कि इसकी वजह से खतरनाक संक्रमण या हॉस्पिटलाइजेशन नहीं हो रहा है. ज्यादातर लक्षण बुखार, खांसी और गला खराब होना ही है.
- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जेएन.1 को वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट बताया है. डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि नए सब-वेरिएंट की वजह से लोगों को अन्य वेरिएंट से ज्यादा खतरा है. इसका कहना है कि वर्तमान में मौजूद वैक्सीन इस वेरिएंट से बुरी तरह बीमार पड़ने और मौत से बचाने के काबिल हैं.
- ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड के बढ़ते केस के बीच गाइडलाइंस जारी की है. सरकार ने कहा है कि जेएन.1 वेरिएंट को देखते हुए बुजुर्गों और पहले से बीमार चल रहे लोगों को भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाने की सलाह दी जाती है.
- त्योहारों के सीजन को देखते हुए मिजोरम की सरकार ने भी लोगों से गुजारिश की है कि वे क्रिसमस और नए साल के जश्न के दौरान कोविड के नियमों का पालन करें. लोगों को भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाने को कहा गया है.
- 'इंडिया सार्स-सीओवी-2 जिनोमिक्स कंसोर्टियम' (INSACOG) के प्रमुख डॉ एनके अरोड़ा ने कहा है कि कोविड केस में हो रहे इजाफे और जेएन.1 सब-वेरिएंट का पता चलने के बीच वायरस से बचने के लिए वैक्सीन की अतिरिक्त डोज की कोई जरूरत नहीं है.
- डॉ एनके अरोड़ा ने कहा है कि जेएन.1 के लक्षण ओमिक्रॉन के अन्य सब-वेरिएंट की तरह हैं, जिसमें बुखार, खांसी शामिल हैं. कई बार डायरिया और शरीर में दर्ज जैसी समस्या भी देखने को मिल सकती है. मगर इससे दो से पांच दिन में मरीज उबर जाता है.
- देश में कोविड के जेएन.1 वेरिएंट को देखते हुए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया जल्द ही इस नए वेरिएंट से लड़ने के लिए वैक्सीन बेचने वाली है. सीरम इंस्टीट्यूट ने जेएन.1 कोविड वेरिएंट की वैक्सीन के लिए लाइसेंस हासिल करने को लेकर आवेदन किया है.
- एम्स के डॉक्टर्स ने जेएन.1 वेरिएंट के बढ़ते केस के बीच लोगों को घबराने से मना किया है. उनका कहना है कि लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है. डॉक्टर नीरज निश्चल ने बताया कि जितने भी राज्य में लोग संक्रमित हुए हैं, उनके लक्षण काफी हल्के हैं. हमने पहले भी कहा है कि इस तरह के हालात पैदा होते रहेंगे.
- तेलंगाना में शनिवार को कोविड-19 के 12 नये मामले सामने आये, जिनमें से हैदराबाद में सबसे अधिक नौ मामले मिले. बाकी तीन मामले रंगारेड्डी, संगारेड्डी और वारंगल जिलों से सामने आए है. लोगों को वायरस से बचने के लिए हिदायत दी गई है.
- कोविड-19 संक्रमण से उबरने के महीनों बाद भी कई मरीजों के मस्तिष्क को पहुंची क्षति और उसमें आई सूजन बरकरार पायी गई, जबकि इसका पता लगाने के लिए किए गए ब्लड टेस्ट के रिजल्ट सामान्य आए. एक लेटेस्ट स्टडी में यह दावा किया गया है.
यह भी पढ़ें: कोविड के नए वेरिएंट JN.1 को लेकर AIIMS ने कहा- 'घबराने की जरूरत नहीं, बस...'