(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
नौसेना दिवस पर देश के सामने कोरोना महामारी और LAC पर चीन से टकराव सबसे बड़ी चुनौती
1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर विजय हासिल करने के उपलक्ष्य में हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है.
नई दिल्ली: शुक्रवार को जब पूरा देश 49वां नौसेना दिवस मनाएगा, तब भी देश के सामने सुरक्षा के लिहाज़ से दो बड़ी चुनौतियां रहेंगी. पहला है कोरोना महामारी से लड़ना और दूसरा है एलएसी पर चीन से टकराव. इन दोनों चुनौतियों का जिक्र नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने गुरूवार को सालाना प्रेस कांफ्रेंस में किया. 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर विजय हासिल करने के उपलक्ष्य में हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है.
सालाना प्रेस कांफ्रेंस में नौसेना प्रमुख ने साफ तौर से कहा कि भारतीय नौसेना पूरी तरह से ‘कॉम्बेट रेडी, क्रेडिएबल और कोहेसिव-फोर्स’ यानि युद्ध लड़ने के लिए तैयार, विश्वसनीय और शक्तिशाली फोर्स है, समंदर में देश के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है.
हर चुनौती के लिए भारतीय नौसेना पूरी तरह से तत्पर है- एडमिरल करमबीर सिंह
एडमिरल करमबीर सिंह के मुताबिक, कोविड हो या फिर चीन से निपटने की चुनौती, भारतीय नौसेना पूरी तरह से तत्पर है. सालाना प्रेस कांफ्रेंस के दौरान नौसेना ने जो एक छोटी फिल्म दिखाई उसमें खास तौर से नौसेना के टोही विमान, पी8आई को पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी से उड़ान भरते दिखाया गया.
खुद नौसेना प्रमुख ने कहा कि अगर थलसेना को जरूरत होगी तो हाल ही में अमेरिका से लिए दो सी-गार्जियन-ड्रोन्स को एलएसी पर तैनात किया जा सकता है. लेकिन उन्होनें इस बात का जवाब नहीं दिया कि मरीन-कमांडोज़ को पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग-त्सो लेक पर तैनात किया है. एक सवाल के जवाब में नौसेना प्रमुख ने कहा कि स्पेशल फोर्सेज़ के ऑपरेशन्स के बारे में नेवी-हेडक्वार्टर तक में चर्चा नहीं होती है तो ओपन-फोरम में कैसे की जा सकती है.
आपको बता दें कि 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को पराजित करने में भारतीय नौसेना ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 3 दिसंबर को जब पाकिस्तानी वायुसेना ने एक साथ भारत के करीब एक दर्जन एयर-बेस पर हमला किया था, तो अगले दिन नौसेना के जंगी-जहाजों ने कराची बंदरगाह पर हमला कर पाकिस्तानी नौसेना के मुख्यालय को तो तबाह किया ही था. साथ ही पाकिस्तान के चार जंगी जहाजों को एंटी-शिप मिसाइल से समंदर में डूबों दिया था.
इसके अलावा पूरी लड़ाई के दौरान नौसेना ने पाकिस्तानी सेना को दी जाने वाली सप्लाई लाइन को काट दिया था और पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) स्थित चितगांव और दूसरे बंदरगाहों पर जबरदस्त हमला किया था. इसी जीत के उपलक्ष्य में हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है.
नौसेना प्रमुख वीर नौसैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे
शुक्रवार को नौसेना प्रमुख राजधानी दिल्ली स्थित राष्ट्रीय समर स्मारक (नेशनल वॉर मेमोरियल) पर वीर नौसैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. इसके अलावा नौसेना की तीनों कमान—विशाखापट्टनम स्थित पूर्वी कमान, मुंबई स्थित पश्चिमी कमान और कोच्चि स्थित दक्षिणी कमान में भी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
हिंद महासागर में चीन के 03 युद्धपोत- नौसेना प्रमुख ने बताया कि इस वक्त चीन के तीन युद्धपोत हिंद महासागर में तैनात हैं, लेकिन वे सभी एंटी-पायरेसी पैट्रोलिंग के लिए हैं.
आत्मनिर्भर भारत- एडमिरल करमबीर सिंह के मुताबिक, पिछले छह साल में भारतीय नौसेना की जंगी बेड़े में 24 युद्धपोत और पनडुब्बियां शामिल की गईं, जिनका निर्माण देश में ही हुआ है. यही नहीं 43 युद्धपोत जो भारतीय नौसेना के लिए फिलहाल तैयार किए जा रहे हैं, उनमें 41 भारत में ही तैयार हो रहे हैं.
मेरीटाइम थियेटर कमांड- नौसेना प्रमुख ने बताया कि मेरीटाइम थियेटर कमान पर काम चल रहा है.
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