नई दिल्ली: कोविड-19 को लेकर सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की है. इसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर किसी समुदाय और इलाके पर ठप्पा न लगाएं. इसके साथ ही कोरोना वायरस से प्रभावित या आइसोलेशन वार्ड में रखे गए लोगों के नाम और पते का खुलासा सोशल मीडिया पर न करें. स्वास्थ्यकर्मियों, सफाई कर्मियों और पुलिस को निशाना न बनाया जाए.
जाहिर है कि कुछ जगहों पर स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं सामने आई थीं. इसको लेकर प्रधानमंत्री ने भी दुख जताया था. उन्होंने कहा था कि स्वास्थ्यकर्मी अपनी जान को जोखिम में डालकर लोगों की सेवा कर रहे हैं. इस सफेद कपड़ों में दिखने वाला हर व्यक्ति हमारे लिए भगवान का रूप हैं.
उधर आज सुप्रीम कोर्ट ने भी देश के अलग-अलग हिस्सों में मेडिकल स्टाफ और डॉक्टर्स पर हमले और दुर्व्यवहार की घटनाओं पर कहा कि इस तरह की घटनाएं डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ में असुरक्षा की भावना पैदा करेंगे. इसके साथ ही कोर्ट ने निर्दश दिया कि यह राज्य और पुलिस प्रशासन का कर्तव्य है कि वह उन सभी जगहों पर आवश्यक सुरक्षा प्रदान करे जहां कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज या फिर क्वॉरन्टीन किया गया है
भारत में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 5274 हो चुके हैं. वहीं अब तक भारत में इस वायरस की वजह से 149 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं इलाज के बाद 411 लोग रिकवर हो चुके हैं. वहीं आज करीब शाम चार बजे स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि मंगलवार से अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 773 मामले सामने आये हैं और 32 लोगों की मौत हुई है. देश में सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में हैं जहां अब तक कोरोना वायरस के कुल 1018 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं.
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