नई दिल्ली: कोरोना वायरस को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरीए चर्चा की. प्रधानमंत्री के कार्यलाय ने बताया कि इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अलगे कुछ हफ्तों में विशेष फोकस टेस्ट, ट्रेसिंग, आइशोलेशन और क्वॉरन्टीन पर होना चाहिए. उन्होंने आवश्यक चिकित्सा उत्पादों की आपूर्ति बनाए रखने, दवाओं और चिकित्सा उपकरणों के निर्माण के लिए कच्चे माल की उपलब्धता का भी जिक्र किया.


वहीं इस वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्रियों ने सामाजिक दूरी बनाए रखने के अपने प्रयासों का उल्लेख किया. इसके साथ ही संदिग्धों की ट्रैकिंग, निजामुद्दीन मरकज के संदिग्ध मामलों की पहचान और उनकी क्वॉरन्टीन करने की भी जिक्र किया. इसक अलावा कन्युनिटी ट्रांसमिशन को रोकने, मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने और मेडिकल वर्कफोर्स को मजबूत पर भी चर्चा की.


केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मौजूद मुख्यमंत्रियों को देश में कोरोना के बढ़ते केस, निजामुद्दीन मकरज से कोरोना मामले के प्रसार और मेडिकल केस से निपटने की तैयारियों से अवगत कराया. इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे. बैठक में दिल्ली, बिहार, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मेघालय, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, झारखंड सहित दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए.


बता दें कि देश में कोरोना वायरस के आंकड़े 2100 के पार हो चुके हैं. अब तक कुल 2113 मामले सामने आ चुके हैं. सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में हैं. यहां कोरोना के अब तक कुल 339 मामले सामने आ चुके हैं. दूसरे नंबर पर केरल (265) और तीसरे नंबर पर तमिलनाडु (234) है.


गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस के चलते 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है जो कि 14 अप्रैल तक जारी रहेगा. इस महामारी से निपटने के लिए केंद्र और राज्य की सरकारें मिलकर काम कर रही हैं. लोगों से अपील की जा रही कि वो लॉकडाउन का पालन करें और अपने घरों में रहें.