नई दिल्ली: कोविड-19 महामारी के मद्देनजर लोकसभा सचिवालय ने गुरुवार का एक आदेश जारी कर संसद भवन परिसर में सांसदों के निजी सहायकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. लोकसभा की महासचिव स्नेहलता श्रीवास्तव ने एक आदेश में कहा कि संसद सत्र शुरू होने पर सांसदों के 800 से ज्यादा निजी सहायकों की संसद भवन परिसर में उपस्थिति स्थिति को संवेदनशील बना देगी.


आदेश में कहा गया है, ‘‘दो गज की दूरी के नियम का पालन करते हुए तय किया गया है कि अगले आदेश तक सांसदों के निजी सहायकों के संसद भवन के भीतर प्रवेश को प्रतिबंधित किया जाता है.’’ संसद के नोडल प्राधिकार लोकसभा सचिवालय ने निजी सहायकों के अलावा सेवानिवृत्त अधिकारियों, निजी अतिथियों और संयुक्त सचिव रैंक से निचले स्तर के अधिकारियों का प्रवेश भी वर्जित रहेगा.

संसद का कामकाज तीन मई से शुरू होने के बाद वहां नियुक्त चार से ज्यादा अधिकारियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि के बाद यह फैसला लिया गया है. संसदीय सौंध भवन की दो मंजिलों को सील भी करना पड़ा था और उन्हें संक्रमण मुक्त करने के बाद खोला गया.

कोरोना का रिकवरी रेट 47.99 फीसदी

बता दें कि कोरोना के केस लगातार देश में बढ़ रहे हैं जो कि चिंता की बात है लेकिन हालंकि पिछले चौबीस घंटों में देश में कोरोना के 3,804 मरीज ठीक हो चुके हैं. इसके साथ ही देश में कोरोना से जंग जीत चुके लोगों की संख्या बढ़कर 1,04,107 हो गई है. वहीं अब देश में एक्टिव कोरोना केस की बात करें तो 1,06,737 लोगों का अभी इलाज चल रहा है.