जयपुरः कोरोना को हराने के लिए देश में सभी वर्गों के लोग अपने अपने स्तर पर प्रयास कर रहे है. डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ जहां दिन रात लोगो के उपचार में जुटे है वही ऐसे लोग भी है जो भूखे लोगो और जरुरतमंद लोगों तक लॉकडाउन के दौरान दोनों वक़्त का खाना पहुंचा रहे है. जयपुर के सीए विनोद लोढ़ा ऐसे ही एक शख्स है जो पिछले करीब 18 दिनों तक अपने प्रयासों से दस हज़ार लोगों तक दो वक़्त का खाना पहुंचा रहे है.


उर्दू का ये शेर ऐसे ही कई कोरोना वारियर के लिए कहा जा सकता है कि मैं अकेला चला था जानिब ए मंज़िल, लोग जुड़ते गए कारवां बढ़ता गया.


जयपुर के आचार्य हस्ती भवन में चल रही ये किचेन पिछले 18 दिनों से कुछ इसी तरह काम कर रही है. यहां से हर दिन दस हज़ार लोगों का खाना तैयार करके जिला प्रशासन की मदद से लोगों तक भिजवाया जा रहा है.


किचेन सुबह पांच बजे शुरू होती है और रात के खाने के बाद यहाँ काम खत्म होता है. मामला महामारी का है इसलिए यहाँ हाईजीन का ख़ास ध्यान रखा जा रहा है.


पीएम नरेंद्र मोदी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अपील के बाद से विनोद लोढ़ा ने ये किचेन अकेले अपने दम पर शुरू कर दी. जिससे कि कोई भी जरुरतमंद भूखा ना रहे.


अब इस किचेन को अब जन सहयोग भी मिल रहा है. विनोद लोढ़ा का कहना है कि उनका मकसद हैं भूखों तक खाना पहुंच सके. शुरू में थोड़ी दिक्कत हुई क्योंकि संसाधन सीमित थे.


उन्होंने कहा कि हम पहले केवल चार हज़ार लोगों का खाना तैयार कर पा रहे थे. लेकिन, फिर मदद मिली तो एक की जगह तीन जगह किचेन बना ली. रोटी बनाने वाली मशीन भी मंगवानी पड़ी. अब हम दस हज़ार लोगों की मदद कर पा रहे हैं.


सोहन लाल शर्मा और लोकेश जैन भी विनोद लोढ़ा के साथ इस नेक काम को अंजाम दे रहे हैं. हर दिन एक अलग मेन्यू के लिए सुबह पाँच बजे मंडी जाकर सब्ज़ियों की ख़रीद से लेकर आटा, दाल, तेल, रसोई गैस समेत मसाले और दूसरी चीज़ों का इंतज़ाम लॉकडाउन में थोड़ा मुश्किल तो हैं लेकिन ज़िला प्रशासन से भी पूरा सहयोग मिल रहा है.


किचेन के प्रभारी सोहन लाल शर्मा के अनुसार हमारा खाना जयपुर की सभी बस्तियों तक पहुंच रहा है. करीब डेढ़ दर्जन गाड़ियों की मदद से हमारी टीम लोगों तक ताज़ा खाना पहुंचा रही है.


लॉकडाउन के बाद भी दिल्ली के इन सड़कों पर लग रही है भीड़, लोग कर रहे हैं ई-रिक्शा की सवारी