मुंबई: समाजसेवी और वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने लंबे समय बाद अपनी चुप्पी तोड़ी है .अन्ना हजारे ने पिछले कई महीनों से मौन व्रत रखा हुआ था लेकिन कोरोना के बढ़ते हुए मामले और कोरोना को लेकर कुछ लोगों की लापरवाही ने अन्ना को अपनी चुप्पी तोड़ने पर मजबूर कर दिया.


अन्ना हजारे ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से अपनी बात लोगों तक पहुंचाई. एक रुमाल से अपना नाक मुंह ढके अन्ना ने लोगों से जरूरी अपील की .अन्ना हज़ारे ने जनता से कोरोना को लेकर आह्वान किया और कहा की सभी को प्रधानमंत्री के संदेश का पालन करना चाहिए. शासन, प्रशासन ,जनता एक हो गयी तो कोरोना से कैसे लड़ा जाता है यह भारत ने दिखा दिया है.


अन्ना हजारे ने अपना उदाहरण देते हुए लोगों से कहा कि, ''जब मैं फौज में था तब शस्त्र से लड़ता था, लेकिन यह लड़ाई अलग है .कोरोना से लड़ने का एक ही शस्त्र है, घर में रहकर कोरोना के खिलाफ लड़ें. समाजसेवी अन्ना हजारे ने डॉक्टर मेडिकल स्टाफ, नर्स, पुलिस और स्वच्छता कर्मियों का अभिनंदन किया.''


गौरतलब है कि समाजसेवी अन्ना हजारे की सलाह बहुत मायने रखती है. देश के वरिष्ठ समाजसेवी अन्ना हजारे देशहित के मुद्दों को लेकर आंदोलन करते रहे हैं .अन्ना लंबे समय से राजनीति, आंदोलन, भीड़ से दूर थे .दुनिया भर में आए संकट की घड़ी में अन्ना को लगता है कि कोरोना की लड़ाई सभी मिलकर जीत सकते हैं. ऐसे पर प्रधानमंत्री द्वारा किया गया काम सराहनीय है, जिसके लिए सभी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साथ देना चाहिए और उनके दिए गए निर्देशों का पालन करना चाहिए.


नोएडा प्राधिकरण की मुहिम लोगों को न हो खाने पीने की किल्लत, सोशल डिस्टेनसिंग पर हो अमल

Coronavirus: PM मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से की बात, कहा- दोनों देश मिलकर काम करेंगे