मुंबई: महाराष्ट्र में 70 हजार करोड के सिंचाई घोटाले के आरोपी महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को पहली क्लीन चिट देने वाले एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रमुख परमबीर सिंह मुंबई के अगले पुलिस कमिश्नर हो सकते हैं . परमबीर सिंह का नाम मुंबई पुलिस कमिश्नर की रेस में सबसे ऊपर है जिस पर अब सिर्फ आधिकारिक मुहर लगने बाकी है. परमबीर सिंह, पुलिस महकमे और मुुंबई में जाना माना नाम है. मुंबई, नवी मुम्बई, ठाणे सहित महाराष्ट्र के कई जिलों की सुरक्षा सहित महाराष्ट्र पुलिस के कई बड़े पदों की जिम्मेदारी परमबीर सिंह कुशलतापूर्वक संभाल चुके है.
1988 बैच के अधिकारी परमबीर सिंह अपने 32 साल के सेवा के दौरान मुंबई के कई जोन के डीसीपी भी रह चुके हैं. इसके अलावा मुंबई में हाई प्रोफाइल माने जाने वाले वेस्टर्न रीजन के एडिशनल कमिश्नर का पद भी संभाल चुके हैं. परमबीर सिंह, चंद्रपुर जिला और भंडारा जिले के एसपी रह चुके हैं. परमवीर सिंह एटीएस में डिप्टी आईजी का पद भी संभाल चुके हैं. महाराष्ट्र के लॉ एंड आर्डर के एडिशनल DGP रह चुके है.
मुंबई के नजदीक ठाणे जिले के पुलिस कमिश्नर रहते हुए परमबीर सिंह और उनकी टीम ने कई जाने-माने अपराध के खुलासे किए. ठाणे जिले से चलने वाले फर्जी कॉल सेंटर रैकेट का खुलासा भी परमबीर सिंह के नेतृत्व में हुआ. यह रैकेट अमिरिकी नागरिकों को चुना लगाता था. कॉल रैकेट के आरोपी सागर ने क्रिकेटर विराट कोहली की कार खरीदकर अपनी गर्ल फ्रेंड को गिफ्ट किया था इसका खुलासा भी परमबीर सिंह ने किया था. नवी मुम्बई में दंगाइयों से निपटने के लिए परमबीर सिंह खुद दंगा प्रभवित इलाके में उतर गए थे और दंगे को काबू किया था. पुणे में नक्सली समर्थकों के नेटवर्क का खुलासा भी सिंह ने किया था.
मुंबई पुलिस के पुलिस कमिश्नर पद के लिए परमबीर सिंह सहित कई पुलिस अधिकारियों के नाम रेस में चल रहे थे. जिसमें 1987 बैच के बिपिन बिहारी , सुरेंद्र पांडे, के. कनाकरातन्म, हेमंत नगराले के अलावा 1988 बैच के परमबीर सिंह और रश्मि शुक्ला का नाम भी रेस में था. लेकिन महाराष्ट्र सरकार के सूत्रों के मुताबिक परमबीर सिंह के नाम पर आधिकरिक मुहर लगनी बाकी है. मौजूदा पुलिस कमिश्नर संजय बर्वे 29 फरवरी को रिटायर हो रहे हैं.