CPCB ने दिल्ली सरकार को सर्दियों में प्रदूषण से निपटने के लिए दिए ये दिशानिर्देश
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने दिल्ली सरकार को राजधानी में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए खुले में कूड़ा डालने और निर्माण कार्यों पर रोक लगाने को कहा है.
नई दिल्ली. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने राजधानी दिल्ली में सर्दियों के दौरान वायु प्रदूषण की समस्या पर चिंता जताते हुए दिल्ली सरकार से निर्माण एवं निर्माण को गिराने संबंधी गतिविधियां और खुले में कूड़ा डालने जैसे प्रमुख प्रदूषण स्रोतों पर तत्काल कार्रवाई करने को कहा है.
सीपीसीबी ने मंगलवार को दिल्ली सरकार को एक पत्र लिखकर दिल्ली में किये जाने वाले कार्य सूचीबद्ध किये और उसे तीन डंपिंग स्थलों भलस्वा, गाजीपुर अैर ओखला में मिश्रित ठोस अपशिष्ट डाले जाने पर जल्द कदम उठाने को कहा. सीपीसीबी ने कहा, ‘यह देखा गया है कि निर्माण और निर्माण को गिराने संबंधी गतिविधियां और खुले में कचरा डाला जाना अधिकांश क्षेत्रों में प्रमुख चिंता का विषय है, इसलिए इन गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए विशेष प्रयासों की आवश्यकता है.’
सीपीसीबी ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण रोकने के लिए कुछ कार्य पूरे हो गए हैं लेकिन और किए जाने की जरूरत है. सीपीसीबी ने राजधानी में 13 सबसे अधिक प्रदूषित स्थलों में कार्ययोजना में कमी का उल्लेख करते हुए कहा कि वजीरपुर के बारे में अद्यतन जानकारी प्राप्त नहीं हुई है जबकि प्रदूषित स्थलों को हरित बनाने और सड़कें पक्की करने के लक्ष्य का उल्लेख नहीं किया गया है.
गौरतलब है कि दिल्ली हाई कोर्ट में इस बाबत एक याचिका भी डाली गई थी कि कोरोना महामारी को देखते हुए दिल्ली को पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण से मुक्त किया जाए. वहीं दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने पूसा कृषि संस्थान के साथ मिलकर पराली से खाद्य बनाने की तकनीक भी दिल्ली के किसानों में मुफ्त बांटने का कार्य किया था.