Imphal News: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता जितेंद्र चौधरी ने शनिवार को कहा कि राज्य में 'सामान्य स्थिति बहाल करने में विफल रहने' को लेकर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को पद से हटाया जाना चाहिए. प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में हिंसा प्रभावित मणिपुर के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे माकपा की त्रिपुरा इकाई के महासचिव चौधरी ने आरोप लगाया कि पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा देश भर के लोगों को बांटने की भाजपा-आरएसएस की रणनीति का हिस्सा है.
जितेंद्र चौधरी ने फोन पर पीटीआई-भाषा से कहा, 'हम मणिपुर में संघर्ष को एक अलग स्थिति के रूप में नहीं देखते, बल्कि लोगों पर शासन करने के लिए उनके बीच विभाजन और अविश्वास पैदा करने की भाजपा-आरएसएस की अखिल भारतीय रणनीति के हिस्से के रूप में देखते हैं. ऐसी घटनाएं हर जगह हो रही हैं.
'मणिपुर में स्थिति चिंताजनक'
माकपा के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी के नेतृत्व में पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने मणिपुर में तीन राहत शिविरों का दौरा किया और शुक्रवार को राज्यपाल अनसुइया उइके से भी मुलाकात की. चौधरी ने कहा, 'मणिपुर में स्थिति चिंताजनक है क्योंकि हर गुजरते दिन के साथ अविश्वास बढ़ रहा है. राज्य में बीरेन सिंह सरकार शांति लाने के बजाय, सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए कोई भी कदम उठाने में विफल रही है.'
माकपा नेता ने कहा, 'ऐसा कहा गया था कि केंद्र मणिपुर में स्थिति की निगरानी करेगा लेकिन ज़मीनी हकीकत बहुत अलग है. बीरेन सिंह, अपने बहुप्रचारित इस्तीफे के नाटक के बाद अब तक शासन कर रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'हम मणिपुर में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को बर्खास्त करने की मांग नहीं कर रहे, बल्कि बीरेन सिंह को तत्काल हटाने की मांग करते हैं.' वहीं, भाजपा की त्रिपुरा इकाई के मुख्य प्रवक्ता सुब्रत चक्रवर्ती ने चौधरी के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि मणिपुर में क्रमिक रूप से शांति लौटेगी.
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