बीजेपी ने गुजरात में सीआर पाटिल को दी पार्टी की कमान, जामयांग सेरिंग बने लद्दाख के अध्यक्ष
बीजेपी ने सीआर पाटिल को गुजरात बीजेपी का अध्यक्ष नियुक्त किया है. नवसारी के सांसद पाटिल जीतू वघानी की जगह लेंगे.
नई दिल्ली: बीजेपी ने सोमवार को नवसारी से सांसद सी आर पाटिल को गुजरात बीजेपी का अध्यक्ष नियुक्त किया. साथ ही पार्टी के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल को लद्दाख इकाई का अध्यक्ष बनाया गया.
तीसरी बार के सांसद पाटिल को जीतू भाई वाघाणी की जगह यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. 65 वर्षीय पाटिल को एक ऐसे प्रभावी सांसद के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने न सिर्फ प्रौद्योगिकी के माध्यम से अपने संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यों को अंजाम दिया बल्कि जनता से संपर्क भी बनाए रखा.
वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी विकास कार्यों के क्रियान्वयन में समन्वय का काम देखते हैं.उन्होंने पिछले दोनों लोकसभा चुनावों में पांच लाख से भी अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी. वह गुजरात में सर्वाधिक मतों के अंतर से जीतने वाले सांसदों में शुमार थे. गुजरात प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का गृह राज्य भी है.
Heartiest congratulations to Shri @CRPaatil ji on being appointed as the State President of @bjp4Gujarat. pic.twitter.com/c12rDrMY2w
— Vijay Rupani (@vijayrupanibjp) July 20, 2020
पैंतीस वर्षीय नामग्याल पहली बार लद्दाख से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं. जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त करने संबंधित प्रस्ताव पर चर्चा के समय उन्होंने लोकसभा में लद्दाख के बारे में प्रभावी भाषण देकर युवा सांसदों के बीच अपनी खास पहचान बनाई.
कौन हैं सीआर पाटिल
सीआर पाटिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोर टीम में शामिल रहे हैं. वे वाराणसी में प्रधानमंत्री के चुनाव की अहम जिम्मेदारी भी उठा चुके हैं. गुजरात बीजेपी का अध्यक्ष बनाकर इस बार बीजेपी ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी है.
सीआर पाटिल बीजेपी में कोई नया नाम नहीं है. वह हमेशा पीएम मोदी के खास रहे हैं. उन्होंने ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी में चुनाव की अहम जिम्मेदारी संभाली थी. सीआर पाटिल का जन्म 1955 में हुआ. उनका जन्म महाराष्ट्र के जलगांव में हुआ.
जहां तक बीजेपी के जुड़ने का सवाल है तो सीआर पाटिल 1989 में भारतीय जनता पार्टी से जुड़े. लगातार पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करने वाले पाटिल को 2009 में वलसाड जिले का प्रभारी बनाया गया और इसी साल उन्हें नवसारी लोकसभा सीट से टिकट दिया गया, जिसमें वह जीत गए. 2014 में सीआर पाटिल दूसरी बार साढ़े पांच लाख वोटों से जीत दर्ज की. इसके बाद तीसरी तो देश में सबसे अधिक 6,89,668 वोटों के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी को हराया था. 2019 में यह देश की सबसे बड़ी जीत थी.
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