नई दिल्ली: दिवाली के मौके पर दिल्ली-एनसीआर में सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों की बिक्री पर रोक लगा दी थी, ताकि दिल्ली और आसपास के इलाकों को पटाखों से होने वाले प्रदूषण से मुक्ति मिल सके, लेकिन बैन के बावजूद दिल्ली के कई इलाकों में दिवाली पर आतिशबाजी से हवा जहरीली हुई.


दिवाली पर हुई आतिशबाज़ी से हवा के जहरीली होने के आंकड़े चौकाने वाले हैं. आंकड़ों की मानें तो पिछले साल के मुकाबले प्रदूषण में बिल्कुल भी कमी नहीं आई. प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया.


पटाखों की बिक्री पर रोक लगाने का कोई असर नहीं देखा गया और दीपावली की रात राष्ट्रीय राजधानी में जमकर आतिशबाजी की गई जिससे धुंध छा गई.


शहर के प्रदूषण निगरानी स्टेशन के ऑनलाइन संकेतक ने हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ बताई क्योंकि शाम करीब सात बजे पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा हवा में तेजी से बढ़ गई. यह कण श्वसन प्रणाली में चले जाते हैं और ब्लडस्ट्रेम में पहुंच जाते हैं.


प्रदूषण का डेटा खतरनाक स्थिति में रहा. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के आर के पुरम निगरानी स्टेशन ने रात करीब 11 बजे पीएम 2.5 का स्तर 878 माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर और पीएम 10 का स्तर 1,179 माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर था.


प्रदूषक ने 24 घंटे के दौरान सुरक्षा की सीमा का 10 गुणा तक उल्लंघन किया जो क्रमश: 60 और 100 होनी चाहिए थी.



अलग-अलग इलाकों का हाल


दिल्ली: आनंद विहार


- एयर क्वालिटी इंडेक्स पर 999 है आनंद विहार का प्रदूषण स्तर
- 999 के बाद नहीं काम करता प्रदूषण मापने का यंत्र
- आनंद विहार का pm 2.5 465 और pm10 999 मापा गया
- पिछली दिवाली के मुक़ाबले हालात काफ़ी बदतर
- पिछले साल दिवाली के दिन 431 और दिवाली के अगले दिन 445 था प्रदूषण का स्तर
- सुप्रीम कोर्ट की ओर से पटाखे की बिक्री पर लगे बैन का नहीं दिखा असर


दिल्ली: पंजाबी बाग 


- एयर क्वालिटी इंडेक्स पर 999 है पंजाबी बाग का प्रदूषण स्तर
- 999 के बाद नहीं काम करता प्रदूषण मापने का यंत्र
- पंजाबी बाग का pm 2.5 336 और pm10 999 मापा गया
- पिछली दिवाली के मुक़ाबले हालात काफ़ी बदतर
- पिछले साल दिवाली के दिन 431 और दिवाली के अगले दिन 445 था प्रदूषण का स्तर
- सुप्रीम कोर्ट की ओर से पटाखे की बिक्री पर लगे बैन का नहीं दिखा असर


दिल्ली: मंदिर मार्ग 


- मंदिर मार्ग का pm 10 कल 259.19 था जो आज 453.48 है
- 100 ऊपर हो PM 10 का स्तर तो खतरनाक होता है
- पिछली दिवाली के मुक़ाबले हालात वैसे ही है
- पिछले साल दिवाली के दिन 431 और दिवाली के अगले दिन 445 था प्रदूषण का स्तर
- सुप्रीम कोर्ट की ओर से पटाखे की बिक्री पर लगे बैन का नहीं दिखा असर