नई दिल्ली: दुबई से केरल आ रहा एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान IX-1344 शुक्रवार शाम कोझिकोड हवाई अड्डे पर लैंडिंग के दौरान रनवे पर फिसल गया. इस हादसे में विमान के पायलट समेत 17 लोगों की मौत हो गई जबकि कई यात्री घायल हो गए. विमान में कुल 191 लोग सवार थे, जिसमें 174 वयस्क यात्री, 10 बच्चे, 05 केबिन क्रू और 2 पायलट सवार थे. इस लेख में जानिए कि इस हादसे की क्या वजह हो सकती है.


1- टेबल टॉप रनवे


कोझिकोड के जिस हवाई अड्डे पर ये विमान हादसा हुआ वो टेबल टॉप रनवे है. आमतौर पर रनवे पर बीच में भी लाइट होती है जिसे सेंटर लाइट कहा जाता है. इससे रात में लैंडिंग के दौरान रनवे का अंदाजा रहता है, लेकिन इस रनवे पर सेंटर लाइट नहीं थी. इस रनवे पर बड़े जहाज़ नहीं आते हैं, क्योंकि ये रनवे खतरनाक होता है. बारिश के मौसम में ये रनवे और भी खतरनाक हो जाते हैं. दरअसल, खराब मौमस में ऐसे रनवे पर विजिबलिटी काफी कम रहती है, जिससे हादसे की संभावना रहती है. गुरुवार से ही कोझिकोड में तेज बारिश हो रही थी और मौसम काफी खराब था. माना जा रहा है कि इसी कारण एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान सही से लैंड नहीं हो पाया और वो फिसलकर खाई में गिर गया.


2- कोरोना महामारी और ट्रेनिंग का ना होना


बता दें कि हर पायलट की एक साल में दो बार ट्रेनिंग होती है और जो पायलट ट्रेनिंग में फिट पाए जाते हैं सिर्फ उन्हें ही उड़ान की इजाज़त मिलती है. लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस ट्रेनिंग को 30 सितंबर तक कैंसिल कर दिया गया है. इसका मतलब है कि जो पायलट उड़ान के लिए फिट नहीं हैं, वो भी काम कर रहे हैं. ऐसे में कोझिकोड विमान हादसे का एक ये भी कारण हो सकता है.


3- मानसिक तनाव


हादसे से एक दिन पहले यानी गुरुवार को पायलटों के वेतन में 60 फीसद की कटौती हुई है. ऐसे में हो सकता है कि वेतन में कटौती के कारण पायलट मानसिक तनाव में हो और इसी कारण ये हादसा हो गया हो.


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