मुंबई पुलिस द्वारा वसूली के आरोपी DCP सौरव त्रिपाठी फरार बताए जा रहे हैं. यह मामला आंगड़िया लोगो (हीरा, सोना चांदी का कुरियर काम करने वाले) से जुड़ा है. LT मार्ग पुलिस स्टेशन में 3 पुलिसकर्मियों ने आंगड़िया को गलत तरीके से हिरासत में रखकर वसूली की. LT मार्ग जोन-2 के अंतर्गत आता है, जिसके DCP सौरव त्रिपाठी थे. 3 हफ्ते पहले सौरव त्रिपाठी का जनहित का हवाला देते हुए तबादला कर दिया गया था. इस केस की जांच क्राइम ब्रांच ने किया. केस में तीनों पुलिस वाले गिरफ्तार हुए. अब DCP सौरव त्रिपाठी पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. 


मामले में गिरफ्तार पुलिस अधिकारी ओम वांगते की पुलिस कस्टडी खत्म होने के बाद आज कोर्ट में पेश किया गया. अदालत ने उन्हें 19 मार्च तक क्राइम ब्रांच की कस्टडी में भेज दिया. मामला दर्ज होने के बाद मुंबई पुलिस ने तीनों आरोपी पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है.पुलिस ने बताया कि पुलिस अधिकारी ओम ने पूछताछ में डीसीपी सौरव त्रिपाठी का नाम लिया. सौरव ने अंगाड़िया से पैसे वसूलने को कहा था, जिसके बाद सौरव त्रिपाठी के खिलाफ़ भी मामला दर्ज किया गया. 


इस मामले की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच की CIU की टीम कर रही है. मुंबई क्राइम ब्रांच ने 3 पुलिस अधिकारी को गिरफ्तार किया है. पुलिस निरीक्षक नितिन कदम, उपनिरीक्षक समाधान जामदाडे और ओम वांगते को गिरफ्तार किया गया है. वांगते दक्षिण मुंबई के मुंम्बादेवी इलाके में स्थित आंगडिया से कथित रूप से वसूली करते थे. मुंबई क्राइम ब्रांच ने अब तक 10 से ज्यादा आंगडिया का बयान दर्ज किया है. 


पुलिस अब ये पता लगाने में जुट गई है कि आखिर इन आरोपियों ने और कितने लोगों से वसूली की. वसूली में क्या और कोई अधिकारी भी जुड़े हैं, इसकी भी जांच कर रही है क्राइम ब्रांच. 


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